बदायूं। बरेली मंडल के भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम ने सोमवार को बदायूं के बिसौली में चकबंदी अधिकारी के कहने पर दो लाख रुपया रिश्वत की रकम लेते हुए पेशकार को रंगे हाथों पकड़ कर सिविल लाइन पुलिस के हवाले कर दिया है। टीम पेशकार के साथ चकबंदी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई विधिक कार्रवाई करेगी। सिविल लाइन पुलिस पेशकार को जेल भेजने की तैयारी में जुट गई है।
शिकायतकर्ता इस्लामनगर थाना क्षेत्र के गांव सिठौली निवासी अजीत सिंह ने एंटी करप्शन टीम को बताया कि उनकी मां श्रीमती मंजुल देवी की जमीन बिसौली के चकबंदी अधिकारी प्रमोद कुमार सिंघल ने नवीनवर्ती में दर्ज कर दी थी जिसके विरूद्ध उसने उच्च न्यायालय में शरण ली थी जिस पर उच्च न्यायालय ने चकबंदी अधिकारी का आदेश निरस्त कर पुनः जमीन श्रीमती मंजुल के नाम करने का आदेश दिया था और जब वह आदेश लेकर चकबंदी अधिकारी के पास गया तो जमीन नामदर्ज करने के लिए दो लाख रुपया की मांग की। शिकायतकर्ता ने टीम को बताया कि जब उसने हाईकोर्ट के आदेश का हवाला दिया तब चकबंदी अधिकारी उसे परेशान करने लगे। परेशान अजीत ने एंटी करप्शन टीम से मदद मांगी।
बताते हैं कि इस मामले में एंटी करप्शन टीम ने जांच कराई और सच्चाई जानने के बाद सोमवार को पीड़ित अजीज को दो लाख रुपया के साथ चकबंदी अधिकारी के पास भेजा जहां चकबंदी अधिकारी के कहने पर उसके पेशकार रामनरेश को रिश्वत के रुपया लेने के लिए भेजा। बताते हैं कि पेशकार ने जैसे ही अजीत से दो लाख रुपया लिया तभी टीम के सदस्यों ने उसे पकड़ लिया और रकम बरामद कर ली। पेशकार के पकड़े जाने पर चकबंदी अधिकारी के कार्यालय में हड़कम्प मच गया। टीम के सदस्य पेशकार को लेकर सिविल लाइन कोतवाली पहुंचे और पकड़े गए रिश्वतखोर पेशकार को पुलिस के हवाले कर दिया और रामनरेश तथा चकबंदी अधिकारी प्रमोद कुमार सिंघल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई को तहरीर दी। पकड़ा गया पेशकार मूल रूप से हरदोई का रहने वाला है।