जनपद बदायूंबिल्सी

चक पैमाइश न होने पर किसान फांसी पर झूला, परिजनों का आरोप एक लाख रुपया लेने के बाद लेखपाल ने नही सुनी

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बिल्सी(बदायूं) । तहसील क्षेत्र के ग्राम सिरसौल पट्टी सीताराम मे चकबंदी प्रक्रिया के चलते एक किसान ने चक की पैमाइश के लिए मोटी रकम देने के बावजूद भी चक की पैमाइश ना करने पर परेशान किसान ने फांसी पर लटक कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। थाना पुलिस ने शव को सील कर पोस्टमार्टम के लिए भेज पड़ताल शुरू कर दी है। चकबंदी विभाग से परेशान होकर आत्महत्या की जानकारी मिलने पर उपजिलाधिकारी महिपाल सिंह घटनास्थल का निरीक्षण कर किसान के परिवार से जानकारी ली।

मिली जानकारी के अनुसार किसान भगवानदास कश्यप पुत्र दीपचंद 58 वर्ष के ग्राम सिरासोल पट्टी सीताराम के जंगल खेतों में चकबंदी की प्रक्रिया चल रही थी। अपना चक पास में ठीक बनवाऐ जाने के लिए नायब तहसीलदार चकबंदी समेत लेखपाल ने किसान से लगभग एक लाख रूपए आर्थिक सुविधा शुल्क भी ले लियाथा लेकिन किसान की जमीन नाप कर उसका चक नहीं बनाया। जिस पर मृतक चक्कर काटते काटते शिकायत करते करते किसान थक गयाथा और उसे निराशा हाथ लगी। मृतक के परिवार वालों का तो यह भी कहना है कि चकबंदी लेखपाल की मांग पूरी नहीं हुई हुई तो मृतक नेभैंस बेचकर भी उसने रुपए दिए थे। उसके बाद भी उसके खेत की पैमाइश नहीं की गई। उसका चक नहीं बनाया गया तो उसने अपने ही मकान में फांसी लगाकर शनिवार को अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।

परिजनों ने जब उसके शव को फांसी पर लटकते देखा तो पुलिस को सूचना दी पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव को अपने कब्जें में लेकर उसका पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया है। इस मामले में कोतवाल भगवानदास कश्यप का कहना है कि परिजनों ने अभी तक तहरीर नहीं दी है। तहरीर प्राप्त होने पर जिसके विरूद्ध मामला आएगा उस संबंध में जांच की जाएगी। अभी तो शब बरामद कर पोस्टमार्टम को भेज दिया गया है। ककोतवाली पर फांसी लगाकर आत्महत्या करने के संबंध में सूचना प्राप्त हुई थी।

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