उझानी,(बदायूं)। नगर निवासी एक मुस्लिम महिला को पति ने दहेज में दो लाख रुपया और बुलट बाइक की मांग पूरी न होने पर घर से निकाल दिया। पीड़िता जब अपने मायके आ गई तो फोन पर उसे तीन तलाक दे दिया। पीड़िता ने आज कोतवाली पहुंच कर अपने पति, सास और जेठ समेत एक अन्य महिला पर कार्रवाई की मांग करते हुए पुलिस को तहरीर दी है। तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पीड़िता ने अपने पति पर गंभीर आरोप भी लगाएं हैं।
नगर के मौहल्ला किलाखेड़ा निवासी महिला रेशमा ने पुलिस को दी गई तहरीर में कहा है कि उसकी मां शकीला ने उसकी शादी चार साल पहले तौफीक उर्फ लल्ला निवासी ग्राम जमुनिया दौलतपुर थाना जलालाबाद जनपद शाहजहांपुर के साथ की थी और अपनी हैसियत के अनुसार दान दहेज दिया था। रेश्मा का कहना है कि शादी के बाद से उसका पति तौफीक, सास सितारा और जेठ मुन्ना दहेज से खुश नही थे और दहेज में दो लाख रुपया तथा बुलट बाइक की मांग करते रहते थे। रेश्मा का आरोप है कि शादी के कुछ समय बाद तीनों ने उसका गला दबा कर मारना चाहा लेकिन जब वह बच गई तब रिश्तेेदारों ने मामला रफा दफा करा दिया। रेश्मा ने अपने पति पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि वह तांत्रिक का काम कर लोगों को ठगता है और उसके रविया नामक महिला से अवैध संबंध भी है। उसका कहना है कि उसके पति ने उसकी मां का एक प्लाट 90 हजार रुपया मंे गिरवी रख कर ठग लिया। रेश्मा ने तहरीर में लिखा है कि चार माह पूर्व उसके पति ने अपनी मां और भाई के साथ मिल कर उसे घर से निकाल दिया था जब से वह अपने मायके में रह रही है। रेश्मा ने तहरीर में लिखा है कि जब उसकी मां और उसने दहेज की मांग पूरी करने में असमर्थता जताई तो उसके पति ने फोन पर तीन तलाक दे दिया। रेश्मा का आरोप है कि तीन तलाक देने के बाद भी वह शनिवार को अपने तीन साथियों के साथ उसके घर पहुंचा और दहेज की मांग की जब मना किया तो उसे मारने का प्रयास किया जिस पर उसकी मां और भाई ने उसे वामुश्किल बचाया। इस मामले में जानकारी करने पर पुलिस ने बताया कि मामला तीन तलाक का न होकर दंपति का आपसी विवाद है। कोतवाली प्रभारी अजय चाहर ने बताया कि पीड़िता का पति तौफीक दिल्ली में हादसे का शिकार हो गया है और वह सोमवार को दवा लेकर उझानी कोतवाली पहुंच जाएगा तभी सारा प्रकरण समझ में आ जाएगा।