उझानी(बदायूं)। नगर के मौहल्ला पठानटोला में बीती रात जलसा ए जश्ने ईद मिलादुन्नबी का आयोजन हुआ जिसमें नवासा ए हुजूर मुफ़्ती ए आज़में हिन्द हुजूर जमाल रज़ा खां ने मेहमाने ख़ुसूसी के तौर पर शिरकत की।
नगर का मोहल्ला पठानटोला बीती रात पैग़म्बरे इस्लाम की यौमे पैदाइश का गवाह बना। सालाना जलसे में उलेमाओं ने पैग़म्बरे इस्लाम के आदर्शों और उनके बताये मार्ग पर चलने की लोगों को सलाह दी। जलसे का आगाज़ तिलाबते क़ुरआन से हुआ। मुफ़्ती ए आज़म ए हिन्द हज़रत जमाल रज़ा खां की ज़ेरे सरपरस्ती व सदारत में हुये सालाना जलसे में उलेमाओं ने लम्बी तक़रीर के बाद मुल्क व क़ौम की सलामती की दुआ की। जलसे में नारा ए तक़बीर अल्लाहो अकबर की सदाओं से इलाका गूंज उठा। देर रात तक चले मज़हबी जलसे में हाफिज मुनाजिर हुसैन ने क़ौम को बुराइयों से बचने और शादी में डीजे , ढोल जैसी कुरीतियों के पूर्ण बहिष्कार का ऐलान किया। इससे पूर्व बरेली शरीफ़ से आए उलेमाओं ने अपने कलाम से सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया।
शायर नाज़िम रज़ा बरेलवी ने अपने नातिया कलाम से शमा बांध दिया। अंत मे मेहमाने ख़ुसूसी मुफ्ती ए आज़में हिन्द हज़रत जमाल रज़ा ख़ाँ ने लोगों से नबी की सुन्नतों पर चलने और बुराइयों से बचने को कहा। *इससे पूर्व मेहमाने ख़ुसूसी का हाजी नबी शेर , जमील अहमद अल्वी , सभासद इसरार अहमद (ख़लीफ़ा), व ज़मीर खान आदि ने ज़ोरदार इस्तक़बाल किया।* इस मौके पर बाबू मियां अल्वी , जुनैद , साजिद अल्वी , जाहिद , साजिद गाज़ी , जावेद अल्वी , अकील अल्वी , असलम शेख़ , मुनीस सिद्दीकी आदि मौजूद रहे। निज़ामत नाज़िम रज़ा बरेलवी ने की।