जनपद बदायूं

भारत सरकार की कारगर साबित होगी अग्निपथ योजना: अधिकारी

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बदायूं। अग्नि-पथ योजना के संदर्भ में वर्तमान परिस्थितियों के दृष्टिगत सैनिक बन्धु बैठक शनिवार को प्रातः कलक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी दीपा रंजन एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. ओमप्रकाश सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन ऋतु पुनिया, पूर्व सूबेदार जदुनाथ सिंह, कनिष्ठ सहायक व 12 भूतपूर्व सैनिक मौजूद रहे। जिलाधिकारी ने सभी भूतपूर्व सैनिकों से अग्नि-पथ योजना के सम्बंध में विचार विमर्श किया।

जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी कमाण्डर पूरनमल (अ0प्रा0) ने बैठक में अवगत कराया कि इस योजना की अच्छाइयों के वारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की गयी। इसके अलावा कुछ भूतपूर्व सैनिकों ने शस्त्र लाइसेंस के जिला में नवीनीकरण व दर्ज करने से सम्बन्धित समस्याओं के विषय में वार्ता की। अग्निपथ योजना के वारे में सभी को विस्तार पूर्वक इसके फायदों के बारे में बताया व अपने बच्चों को आगे आकर सेना में भर्ती कराएं और इस योजना का लाभ प्राप्त करें। अग्निपथ योजना का विस्तार पूर्वक जानकारी यह कि उम्र 17 वर्ष 6 माह से 23 वर्ष, योग्यता सीनियर सेकेंडरी, पहले की तरह फिजिकल टेस्ट, सेवा अवधि 4 वर्ष, प्रशिक्षण अवधि 6 माह, प्रथम वर्ष वेतन 30 हजार रुपये महीना जिसमें 9 हजार की कटौती होगी मतलब 21 हजार प्रति माह मिलेंगे। द्वितीय वर्ष 33000 रुपये मिलेगे जिसमे 10000 रुपये प्रति माह कटौती होगी। 23 हजार प्रति माह मिलेंगे तृतीय वर्ष 36000 हजार रुपये मिलेंगे। जिसमे 11000 प्रति माह मिलेंगे चैथे वर्ष 40000 हजार रुपये प्रति माह मिलेंगे जिसमे 12000 रुपये महीना कटेंगे 28000 हजार रुपये प्रति माह मिलेंगे। 4 साल सेवा अवधि बार रिटायरमेंट पर सेवा निधि पैकेज बतोर 11 लाख 71 हजार रुपये मिलेंगे, 4 साल की सेवा अवधि उपरांत योग्यता मापदंडों के हिसाब से 25 प्रतिशत जवानों को स्थायी रूप से सेना में नियुक्ति दे दी जाएगी, बाकी 75 प्रतिशत जवानों को अग्निवीर कौशल प्रमाण पत्र दिया जाएगा, जिसके बेस पर प्राइवेट कम्पनियों में जॉब में प्राथमिकता मिलेगी साथ ही खुद का व्यवसाय करने के लिए मिनिमम ब्याज दरों पर नॉन सिक्योर लोन दिलाया जाएगा। तीनों सेनाओं में प्रतिवर्ष 50,000 जवानो की भर्ती की जाएगी। किसी आपिये वामिये कांगिये लिबरल वामपंथी मौकापरस्तों के बहकावे में मत आना, बहुत ही अच्छी योजना है। कुछ सेफ्टी डिपार्टमेंट को छोड़ दे तो 22, 23 वर्ष से तो बेरोजगार रोजगार के लिए अप्लाई करना शुरू करते है जबकि अग्निपथ योजना में तो 18, 19 वर्ष में लगा बच्चा 22, 23 वर्ष में तो रिटायर ही हो जाएगा। मतलब बाद में वो अपने खर्चे पर अच्छी जॉब की तैयारी कर सकता है बच्चे अक्सर 18, 20 व 22 वर्ष की उम्र में ही गलत संगत में पड़कर भटक जाते है जबकि इस उम्र में तो वो देश सेवा कर रहा होगा। फिजिकल फिट रहेगा, आर्थिक परेशानी नही होगी, इसलिए मित्रों, भारत सरकार बहुत ही कारगर योजना लेकर आई है ज्यादा से ज्यादा युवा फायदा उठाए।

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