उझानी,(बदायूं)। नगर के प्राचीन रामलीला मेला का आज विधिवत हवन पूजन के उपरांत शुभारंभ हो गया। रामलीला मेला का शुभारंभ केन्द्रीय राज्यमंत्री बीएल वर्मा ने कराते हुए कहा कि लोगों को मर्यादित जीवन जीने की प्रेेरणा भगवान श्री राम के आदर्शो से मिलती है। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति और संस्कार प्रकृति की देन है।
कोरोना जैसी महामारी के नियंत्रण में आने के बाद शासन ने रामलीला मंचन की अनुमति प्रदान करने के बाद आज से नगर का प्राचीन रामलीला मेला का शुभारंभ हुआ। एक साल के बाद लगने वाले प्राचीन रामलीला मेला का शुभारंभ केन्द्रीय सहकारिता और पूर्वोत्तर विकास राज्यमंत्री बीएल वर्मा ने फीता काट कर कराया। इससे पूर्व रामलीला मंच पर पहुंचे केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री वर्मा ने रामलीला कमेटी के सदस्यों और गणमान्य नागरिकों के साथ हवन और पूजन में प्रतिभाग किया। श्री वर्मा ने महंत दिनेश पाठक के मंत्रोंच्चारण के बीच हवन में पूर्णाहूतियां दी और प्रथम पूज्यनीय विध्नहर्ता भगवान गणेश और हनुमान की स्तुति की साथ ही आरती उतार कर भगवान से प्रार्थनाएं की। रामलीला मेला का शुभारंभ कराते वक्त केन्द्रीय मंत्री श्री वर्मा ने कहा कि भगवान राम की लीलाएं और आदर्श वर्तमान समय में भी प्रासंगिक है। श्री वर्मा ने कहा कि भगवान श्री राम ने भारत ही नही पूरे विश्व को मर्यादित और संयमित जीवन जीने की प्रेरणा दी। इस अवसर पर रामलीला कमेटी के अध्यक्ष कृष्ण कुमार बाॅबी ने नागरिकों से कोविड नियमों के तहत मेला में आने का आह्वान किया। इस अवसर पर रामू वाष्र्णेय, कमलेेश वाष्र्णेय, रोहताश गुप्ता, अखिल अग्रवाल, प्रशांत वाष्र्णेय, अरविन्द शाक्य, सुरेन्द्र गुप्ता, सर्वेश गुप्ता, निखिल अग्रवाल समेत भारी संख्या में गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।