सहसवान(बदायूं)। जिला स्वास्थ्य विभाग की सरपरस्ती में जिले भर में पनप रहे झोलाछाप मरीजों की जान के दुश्मन बने हुए है। एक झोलाछाप डाक्टर के इलाज से युवक की मौत हो गई। परिजनों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने युवक के शव को अपने कब्जें में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस मामले में मृतक के पिता ने डाक्टर के खिलाफ नामजद तहरीर दी है।
मुजरिया थाना क्षेत्र के ग्राम पातरचोहा निवासी सरन पाल (19) पुत्र टीकाराम अपने तहेरे भाई हरकेश के साथ दोपहर करीब तीन बजे कोल्हाई स्थित एक झोलाछाप डाक्टर के क्लीनिक पर दवा लेने आया था। परिजन बताते हैं कि झोलाछाप डाक्टर ने सरनपाल को दवा देने के बाद एक इंजेक्शन लगा दिया जिससे वह कुछ देर बाद कांपने लगा और उसके मुंह से झाग निकलने लगे और फिर वह बेहोश होकर गिर पड़ा। साथ गए भाई का आरोप है कि डाक्टर ने सरनपाल और उसे इलाज के नाम पर रोके रखा और जब सरनपाल की हालत गंभीर हो गई तब वह कही और ले जाने की कह कर दुकान बंद कर भाग निकला।
बताते हैं कि हरकेश की सूचना पर परिजन कौल्हाई पहुंचे और युवक को सहसवान सीएचसी लाने लगे लेकिन इससे पहले ही उसकी मृत्यु हो गई। सीएचसी पहुंचने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पर मुजरिया थानाध्यक्ष राजेश कौशिक पुलिस के साथ यहां पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पीएम को भेजा। मृतक के पिता टीकाराम ने झोलाछाप चिकित्सक डॉक्टर मुख्तार अली के खिलाफ नामजद तहरीर पुलिस को दी है। एस ओ मुजरिया राजेश कौशिक ने बताया कि शव का पीएम कराया जा रहा है। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर पड़ताल की जाएगी।