बदायूं। भारतीय किसान यूनियन ने मुख्यमंत्री आदित्य योगी नाम संबोधन ज्ञापन जिला अधिकारी बदायूं को सौंपा जिसमें बैंकों पर समान कर्ज वितरण करने के लिए सुझाव दिए।
इस अवसर पर मंडल बरेली के वरिष्ठ उपाध्यक्ष चैधरी सौदान सिंह ने कहा वित्तीय वर्ष व्यापारी पूंजीपतियों और सरकार का हो सकता है परंतु मार्च में किसान खाली हाथ होता है उस समय उसे पैसे की जरूरत होती है उसी समय किसानों को सरकार द्वारा कड़े नियम बनाकर उनसे वसूली की जाती है जबकि किसान मई जून माह में राजा होता है उसके पास पैसा होता है मई जून महीना ही किसानों के लिए वित्तीय वर्ष होना चाहिए उन्होंने कहा किसानों के साथ सरकारी धोखा कर रही हैं उद्योगपति पूंजी पतियों के करोड़ों रुपया माफ किए जा रहे हैं और किसानों पर चक्रवृद्धि ब्याज लग रहा है। इस अवसर पर मंडल के प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना ने कहा बैंक ऋण बगैर दलाल के नही मिल पाता है। इस अवसर पर जिले के प्रमुख महासचिव रामाशंकर संखधार ने कहा पीएनबी और भारतीय स्टेट बैंक की शाखाओं में एकमुश्त सूट ब्याज माफ मूल धना आधा आखिर यह योजना इन्हीं शाखाओं में क्यों होती है जबकि सर्व यूपी ग्रामीण बैंक या प्रथमा बैंक में लागू क्यों नहीं होती क्योंकि किसानों का ऋण सबसे ज्यादा ग्रामीण शाखाओं से होता है जो प्रथमा बैंक बैंकों से होता है परंतु एकमुश्त योजना पीएनबी और भारतीय स्टेट बैंक की शाखाओं में लागू की जाती है जहां उद्योगपति और पूंजीपतियों के लिए फायदा पहुंचाने की स्कीम होती है किसान इस लाभ से वंचित रहता है आखिर एक देश एक विधान एक संविधान फिर बैंकों में नियम अलग-अलग कैसे उन्होंने कहा सरकार के लिए सोच बदलनी होगी किसानों के लिए तभी फायदा होगा जब यूपी ग्रामीण बैंक के शाखाओं में एकमुश्त योजना लागू की जाए उन्होंने कहा जिन ग्रामीण बैंकों में एकमुश्त योजना लागू नहीं हुई है उन बैंकों में किसी भी कीमत पर किसान कर्ज की अदायगी नहीं करेगा जब तक एकमुश्त योजना लागू नहीं हो जाती उन्होंने कहा जिस तरीके से चक्रवृद्धि ब्याज और किसानों पर तरह तरह से कार्य पर ब्याज की दरें बढ़ती चली जाती हैं इस के तले किसान को दबाया जाता है यह योजना किसी भी कीमत पर किसानों को स्वीकार नहीं है उन्होंने कहा जिस तरह उद्योगपति पूंजी पतियों के ऋण माफ होते हैं उसी तर्ज पर किसानों की ऋण माफी की जानी चाहिए इस अवसर पर अजयपाल सिंह, नरेंद्र कुमार सक्सेना, राम कुमार शर्मा, राजेंद्र यादव, शंकर यादव, वीरेंद्र यादव, रविंद्र सिंह यादव, रामदास, सतीश चंद्र साहू, रामबाबू, कमाल, तिलक, चंदन, समेत दर्जनों नेता मौजूद रहे