उझानी,(बदायूं)। पौष माह के शुभारंभ से पूर्व ही एकाएक ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया। शनिवार को सुबह से ठंड का कहर देखने को मिला जिससे नागरिक सिहर उठे और ठंड से बचाव करते नजर आ रहे थे। गरीबों को ठंड से बचाने के लिए न तो पालिका प्रशासन और न ही जिला प्रशासन अलाव जलवाने की जरूरत समझ रहा है जिससे गरीबों, बेघरों और बेसहाराओं का हाल बेहाल है।
मार्गशीर्ष (अगहन) पूर्णिमा पर ठंड का प्रकोप अपने पूर्ण यौवन पर पहुुंच गया जिससे जनमानस ठंड के प्रकोप से कांपने लगा। आज सुबह सूर्य नारायण के दर्शन तो हुए लेकिन एकाएक बादलों ने उन्हें पूरी तरह से ढक लिया फिर ठंड से अपना रूप दिखाना शुरू कर दिया। आलम यह रहा कि पारा नौ डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा जिससे कंपकंपाने वाली ठंड शुरू हो गई। दोपहर से लेकर देर शाम तक ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता ही रहा। स्थिति यह हो गई कि आम आदमी ठंड से बचने के लिए गर्म संसाधनों को अपनाने लगा वही बाजारों में सन्नाटा पसर गया जिससे दुकानदार हाथ पर हाथ रखे नजर आ रहे थे। गरीब एवं बेघर, बेसहारा वर्ग ठंड से बचने के लिए इधर उधर भटकने लगा। इधर गरीबों को ठंड सेे बचाने के लिए पालिका प्रशासन ने अब तक न तो रैन बसेरा की व्यवस्था की है और न ही सार्वजनिक रूप से अलाव जलवाने का प्रयास किया है। बताते है कि गरीबों को ठंड से बचाने के लिए कुछ जागरूक लोगों ने अलाव जलाए लेकिन वह ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहे थेे।
सिटी मजिस्ट्रेट ने गरीबों को ठंड से बचाने को परखी व्यवस्थाएं
बदायूं। सिटी मजिस्ट्रेट अमित कुमार ने शहर में आज देर शाम जगह जगह अलाव की व्यवस्था को परखा तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए। सिटी मजिस्ट्रेट पर नगर पालिका बदायूं के ई ओ का भी प्रभार है।