उझानी(बदायूं)। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम से जुड़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की टीम ने ब्लाक क्षेत्र के गांव रायपुर बुटला में मिली मूक बधिर मासूम का कानपुर में सफल आपरेशन कराया। आपरेशन के बाद मासूम अब बोल सकेगी। बच्ची के आपरेशन पर मां-बाप के चेहरें खिल उठे और दोनों ने डाक्टर की टीम का शुक्रिया जताया।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम से जुड़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की टीम के प्रमुख डा. प्रभाकर मिश्रा को लगभग छह माह पूर्व रायपुर बुटला गांव के आंगनबाड़ी केन्द्र पर मां के साथ 16 माह की मासूम सूफिया पुत्री सद्दाम हुसैन मिली। टीम के सदस्यों समेत डा. मिश्रा ने जब जानकारी की तब पता चला कि उक्त मासूम मूक बधिर है। टीम के सदस्यों ने मासूम के माता-पिता से बात करने के बाद उसे जांच आदि के लिए जिला अस्पताल भेजा जहां से उसे कानपुर के एसएन मल्होत्रा ईएनटी फाउंडेशन रैफर कर दिया।
डा. मिश्रा ने बताया कि कानपुर के फाउंडेशन में मासूम की गहनता से शारीरिक जांच की गई और फिर 23 दिसंबर को आपरेशन को कह दिया। डा. मिश्रा ने बताया कि गत 23 दिसम्बर को कानपुर में बच्ची का डाक्टरों द्वारा किया गया आपरेशन सफल हो गया जिसके बाद से बच्ची सुनने लगी है साथ ही कुछ समय बाद वह बोलने भी लगेगी।ं मासूम के बोलने और सुनने की क्षमता आने के बाद माता पिता बेहद खुश नजर आ रहे थे। पिता सद्दाम हुसैन ने डा. प्रभाकर मिश्रा समेत पूरी टीम और कानपुर के फाउंडेशन का आभार जताया और कहा कि उन्होंने सपने तक में नही सोचा था कि उनकी बच्ची सुन और बोल सकेगी। डा. मिश्रा ने बताया कि जन्मजात रोगों को आरबीएसके टीम द्वारा चिन्हित मरीजों का महंगा उपचार सरकार द्वारा निशुल्क प्राथमिकता के आधार पर कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस तरह के रोगों से पीड़ितों को सरकार की इस योजना का लाभ लेना चाहिए। टीम में डा. काजल यादव, रश्मि सक्सेना, राजपाल सिंह आदि का खास सहयोग रहा है।