बदायूं। राजकीय मेडीकल कालेज में डाक्टरों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की बड़ी और शर्मनाक लाहपरवाही सामने आई है। यहां की आइसीयू में बेहोशी हालत में भर्ती एक मरीज के पैर व कान चूहों ने कुतर कर खा लिए। जब स्वास्थ्य कर्मियों को यह जानकारी हुई तब उन्होंने कुतरे गए स्थान पर महरम पट्टी कर दी लेकिन जब यह मामला बाहर आया और मीडिया की सुर्खी बना तो पूरे कालेज प्रशासन में हड़कम्प मच गया और जांच के आदेश दे दिए गए।
दातागंज के बुध बाजार निवासी रामसेवक गुप्ता सात जून को दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। घायल को मेडिकल कालेज में भर्त्ती कराया था। इलाज के दौरान एसआइसीयू भर्ती रामसेवक को 3 से 4 दिन पहले चूहे ने पैरों में कुतर दिया था और मेडिकल कॉलेज के स्टाफ में इस बात को छुपाते हुए मरीज की मरहम पट्टी कर दी थी। जब यह मामला मीडिया के सामने आया तब मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया। इस मामले में घायल मरीज रामसेवक के भाई राम गुप्ता का कहना है कि तीन-चार दिन पहले उन्होंने उनके भाई के पैरों में काट लिया था और काफी जगह काटने के बाद खून निकलना शुरू हो गया था जिसके बाद एसआइसीयू के स्टाफ ने भाई की मरहम पट्टी कर दी थी मेडिकल कॉलेज में बहुत चूहे हैं। कहां से चूहे आ गए इस बात की जानकारी नहीं है।
मजेदार बात यह रही कि मरीज को चूहों ने पैरों में कुतर दिया और लापरवाह स्टाफ सोता रहा । और मामले को दबाने की पूरी कोशिश की गई। बताया जा रहा है कि मरीज के कान, माथे पर भी कुछ जख्म है। इस मामले पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ एनसी प्रजापति का कहना है यह पूरा मामला सीएमएस मेडिकल कॉलेज के अंडर का है । क्योंकि मामला गंभीर है इसलिए इस मामले की पूरी जांच 48 घंटे में पूरी हो जाएगी कौन स्टाफ तैनात था और किसने लापरवाही की इसकी जांच की जा रही है । इसकी पुणे भर्ती अप नहीं होगी इसका आश्वासन प्राचार्य ने दिया है ।वही चूहे मेडिकल कॉलेज में इसलिए है क्योंकि निर्माण चल रहा है और कुछ मरीज से तीमारदार खाना खाते हैं इस वजह से चूहे आ जाते है । सुबह ऑक्सीजन पाइप लाइन के जरिए पहुंचे थे जिसे रिपेयर कराया जा रहा है ।
पूर्व सांसद धर्मेन्द्र यादव ने इसे बताया मानवता को शर्मसार करने वाली घटना बताया है। उनका कहना हैं कि भाजपा सरकार में मेडीकल कालेज में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है जिसके चलते मरीजों को इलाज सही तरीके से नही हो पा रहा है। उन्होंने मरीज रामसेवक गुप्ता के पैर चूहों द्वारा कुतरें जाने को बेहद शर्मनाक बताते हुए कहा कि पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए और मेडीकल कालेज प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई शासन को करनी चाहिए।