उझानी(बदायूं)। अयोध्या में नविनिर्मित दिव्य श्री राम मंदिर में सोमवार की दोपहर जैसे ही मुख्य यजमानों के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न कराई वैसे ही बदायूं जिले के हर शहर, कस्बाओं से लेकर देहात के इलाकों में उल्लास का अलौकिक आनंदित क्षण ऊर्जावान तरीके से स्वतः उत्पन्न हो गया और पूरे जिले के नर-नारी और बच्चें राम की भक्ति में लीन हो गए। हर कोई जय सियाराम के जयघोष को गुंजायमान करने में लगा हुआ था। हर घर में बधाई बाज रही थी कि आज पांच दशकों के इंतजार के बाद उनके रधुराई को उनका घर मिला है। युवा वर्ग तो ढोल-ताशों पर झूम रहा था वही रामलला के आने की खुशी में जमकर आतिशबाजी छोड़ी गई।
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर आज विशेष रूप से पूरे जिले में उल्लास का वातावरण बना हुआ था। नागरिकों ने मंदिरों मंे पहुंच कर भगवान श्री राम के साथ माता सीता और सभी देवी देवताओं की पूजा अर्चना कर भारत देश समेत विश्व के खुशी मनाने वाले अन्य देशों के नागरिकों के कल्याण की प्रार्थनाएं की औ प्रसाद का वितरण किया। जनपद के महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले उझानी नगर में तो रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अलौकिक और आनंदित क्षण था। घरों से लेकर बाजारों तक में सिर्फ और सिर्फ मर्यादा परषोत्तम प्रभु श्री राम का जयघोष ही सुनाई दे रहा था। बाजारों में बाइकों, साईकिलों पर सवार नाचते झाूमते घूम रहे थे और भगवान श्री राम का जयघोष को गुंजायमान कर रहे थे।
दोपहर सवा 12 बजते ही नगर में लगी एलईडी पर नागरिकों ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को भक्तिभाव से देखा, उझानी मंे केन्द्रीय मंत्री बीएल वर्मा की अगुआई में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को नागरिकों ने लाइव देखा। रामलला की जैसे ही प्राण प्रतिष्ठा हुई वैसे ही युवा वर्ग जय सियाराम का जयघोष गुंजायमान करते हुए भक्ति में झूमने लगा तो घर-घर बधाई बजने लगी। नागरिकों ने इस अवसर पर समस्त भेदभाव मिटा कर गले लगने के बाद प्रभु श्री राम के आगमन के लिए एक-दूसरे को बधाई दी। इस अवसर पर स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर रामभक्तों का मन मोह लिया। पूरे नगर को दुल्हन की भांति सजाया गया।
ऐसा अलौकिक क्षण त्रेतायुग में भी न देखा गया होगा
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरे देश के साथ बदायूं के नागरिक भी अलौकिक ऊर्जावान आनंद के क्षण में डूब कर उनके आगमन का ऐसा स्वागत कर रहा था जो अकल्पनीय था। रधुराई के स्वागत को किसी से कुछ कहना-सुनना नही पड़ा। ऐसे क्षण पर नागरिकों ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी और कहा कि उन्होंने त्रेता युग तो नही देखा लेकिन कलयुग में रधुराई के आगमन का उल्लास पूरे देश और विश्व में जिस तरह से हो रहा है उससे महसूस होता हैं कि जब साक्षात श्री राम अयोध्या लौटे होंगे तब ऐसा स्वागत शायद ही हुआ हो।
फिल्मी गाने गायब, राममय हुई जन-जन की वाणी
पहली बार ऐसा हुआ है कि कलयुग में हावी फिल्मी दुनिया के गाने रामलला के आगमन पर नागरिकों के मुंह और डीजे पर नही थे बल्कि सिर्फ और सिर्फ भगवान राम के भजन हर कोई गा और गुनगुना रहा था वही दूसरी ओर वाद्य यंत्रों से भी केवल भगवान राम के भजन ही सुनाई दे रहे थे।
रधुराई के आगमन की खुशी में कदम-कदम पर बंटा प्रसाद भोज
रामलला के आगमन की इतनी खुशी देखी गई कि लोग कदम-कदम पर भगवान श्री राम के प्रसाद के रूप में भोज का वितरण कर रहे थे। उझानी की पुरानी अनाजमंडी, स्टेशन रोड पर प्रसाद भोज पाने वालो का तांता लगा रहा। उझानी के गद्दीटोला इलाके में सतीश शाक्य ने प्रसाद के रूप में भण्डारे का आयोजन किया और सभी धर्मो के लोगों को बुलाकर प्रसाद बांटा।
बाजारों से गायब था ग्राहक, सिर्फ राम भक्त ही नजर आए
प्रदेश सरकार ने सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की थी लेकिन बाजार तो बंद न हुए लेकिन दुकानों पर ग्राहक नही था और सिर्फ रामभक्त बाजारों में जय श्रीराम के जयघोष को गुंजायमान करते हुए राम पताकाएं लहरा रहे थे