उझानी(बदायूं)। प्रशासनिक और नगर पंचायत कछला की लाहपरवाही के चलते कछला स्थित गंगा नदी मंे युवाओं और किशोरों का डूब कर मौत का शिकार बनना जारी है। शुक्रवार को एटा जिले का एक किशोर छात्र गंगा में स्नान करते वक्त डूब गया जिससे उसकी मौत हो गई जबकि कछला के जीबी पंत महाविद्यालय की एक छात्रा ने पुल से गंगा नदी में छलांग लगा दी मगर समय रहते गोताखोरों ने उसे गंगा से जीवित बाहर निकाल लिया।
एटा जिले के कस्बा निधौलीकलां के गांव अहीरमई निवासी श्रीनिवास का 16 वर्षीय पुत्र धीरज यादव आज अपने दोस्तों के साथ गंगा स्नान करने कछला स्थित मां भागीरथी के तट पर आया था। बताते हैं कि वह दोस्तों के साथ गंगा में स्नान कर रहा था इसी दौरान अचानक वह गहरे पानी में पहुंच कर डूबने लगा और देखते ही देखते गंगा के जल में समा गया। बताते हैं कि दोस्तों की चीख पुकार पर गोताखोरों ने गंगा में छलांग लगा दी और एक घंटे से अधिक की मशक्कत के बाद धीरज को गंगा से निकाला मगर तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। बताते हैं कि धीरज की मौत की सूचना पर परिजन भी रोते बिलखते पहुंच गए। इस बीच पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जें में लेकर पीएम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया है।
इससे पूर्व कछला जीबी पंत डिग्री कालेज की एक छात्रा आज सुबह गंगा पुल पर पहुंच गई और फिर उसने गंगा नदी में छलांग लगा दी। बताते हैं कि छात्रा को पुल से कूदते देख गोताखोरों ने देख लिया और वह गंगा में उतर गए और किसी तरह से छात्रा को बचा कर उसे गंगा से निकाल लाए। गोताखोरों ने जानकारी करने के बाद पुलिस और प्राचार्य को घाट पर बुला लिया। बताते हैं कि छात्रा एम ए द्वितीय वर्ष की छात्रा है और उसकी प्रथम वर्ष की परीक्षा में बैक आई इस पर उसकी मां ने उसे डॉट दिया जिससे क्षुब्ध होकर छात्रा अपनी जान देने के लिए गंगा नदी में कूद गई।
यहां बताते चले कि प्रशासनिक और नगर पंचायत कछला की घोर लाहपरवाही के चलते गंगा नदी में आए दिन युवा और किशार एवं बच्चें डूब कर अपनी जान गवां रहे है। गंगा नदी में आए दिन होने वाली मौतों के बाद भी न तो प्रशासन सबक ले रहा है और न ही नगर पंचायत कछला प्रशासन। प्रशासन ने कछला गंगा नदी में अभी तक ऐसा कोई इंतजाम न किया है जिससे गंगा स्नान करने वाले श्रद्धालु सुरक्षित स्नान कर सके।