उझानीजनपद बदायूं

उझानी पुलिस की हिरासत से भागा वारंटी, अस्पताल में चिकित्सकीय जांच के दौरान पुलिस को दिया चकमा, तलाश में जुटी पुलिस

उझानी(बदायूं)। कोतवाली से अस्पताल लाया गया एक वांरटी चिकित्सकीय जांच के दौरान मौजूद पुलिस कर्मियों को चकमा देकर अस्पताल से भाग निकला। जब पुलिस कर्मियों को उसके भागने भनक लगी तब उन्होंने उसे अस्पताल परिसर समेत आसपास खोजा मगर उसका कोई पता न चल सका। वारंटी के साथ गए सिपाही ने उसके खिलाफ कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है। भागे वारंटी की तलाश में पुलिस का अमला जुट गया है मगर देर रात तक उसका कोई पता न चल सका है।

नगर के भर्राटोला निवासी सतेन्द्र पुत्र नत्थू का अपनी पत्नी रीना से विवाद चल रहा है जिससे वह अपने मायके में रहती है और सतेन्द्र के खिलाफ अदालत में भरण पोषण का वाद दायर किया जिसमें सतेन्द्र के खिलाफ एक लाख 98 हजार रुपया की रिकवरी हेतु अदालत से वारंट जारी हो गया। बताते हैं कि पुलिस सतेन्द्र को न पकड़ सकी लेकिन मंगलवार की शाम पत्नी रीना पक्ष के कुछ लोगों ने उसे बदायूं बाइपास पर पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई लगाई। सतेन्द्र के साथ मारपीट करने वालो ने पुलिस को सूचना दे दी जिस पर पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।

बताते हैं कि पुलिस उसे बुधवार को अदालत में पेश करने की तैयारी के बीच उसका चिकित्सकीय परीक्षण कराने के लिए कुलदीप नामक सिपाही और एक होमगार्ड के साथ सतेन्द्र को अस्पताल भेजा। बताते हैं कि अस्पताल में दोपहर लगभग एक बजे के करीब सिपाही और होमगार्ड सबसे पहले उसकी कोरोना जांच के लिए ले गए। बताते हैं कि कोरोना जांच के दौरान पुलिस कर्मियों की लाहपरवाही का लाभ उठा कर सतेन्द्र पुलिस कर्मियों की हिरासत से भाग निकला। बताते हैं कि पुलिस कर्मियों का ध्यान अचानक सतेन्द्र की ओर गया तब उसे गायब देख पुलिस कर्मियों की पैरों तले जमीन खिसक गई और उसे अस्पताल परिसर में खोजना शुरू कर दिया। बताते हैं कि जब वारंटी न मिला तब सिपाही और होमगार्ड ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी जिस पर पुलिस के होश उड़ गए और उसकी तलाश में जगह-जगह दबिशें देनी शुरू कर दी लेकिन देर रात तक पुलिस उसे तलाश न कर सकी है।

वारंटी सतेन्द्र के न मिलने पर सिपाही कुलदीप की ओर से उसके खिलाफ अभियोग पंजीकृत करा दिया गया है। पुलिस सतेन्द्र की तलाश में हर संभव स्थान और रिश्तेदारियों में दबिश दे रही है। इस मामले में प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि वारंटी सतेन्द्र अस्पताल से भागा है। उन्होंने बताया कि पुलिस इस तरह के आरोपियों को जीडी पर चढ़ा कर अदालत में ले जाती है यह गिरफ्तारी के दायरे में नही आता है।

सतेन्द्र से दोस्ताना निभाना पुलिस कर्मियों को पड़ा भारी
बताते हैं कि अस्पताल लाए जाने वाले आरोपियों के प्रति पुलिस कर्मी ज्यादा लाहपरवाह रहते है और उनसे दोस्ताना निभाने में भी पीछे नही रहते है यही कारण है कि आरोपी सतेन्द्र का पुलिस कर्मियों ने अपनी निगरानी में चिकित्सकीय परीक्षण कराने के बजाय उसे यूं ही खुला छोड़ दिया जिसका लाभ उठा वह अस्पताल से भाग निकला और पुलिस के लिए नया सिर दर्द पैदा कर गया।

सिपाही के खिलाफ भी होगी कार्रवाई
पुलिस हिरासत से अस्पताल परिसर से भागे वारंटी सतेन्द्र को ले जाने वाले कुलदीप नामक सिपाही के खिलाफ भी कार्रवाई तय मानी जा रही है। देर रात तक विभाग की ओर से पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नही होने के संकेत मिल रहे थे।

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