बिल्सी

वेदों से ही हो सकता है सभी का कल्याण: संजीव रूप

Up Namaste

बिल्सी,(बदायूं)। क्षेत्र के यज्ञ तीर्थ ग्राम गुधनी स्थित आर्य समाज मंदिर में माघ माह की पूर्णिमा तथा महान संत गुरु रविदास जी की जयंती यहां मनाई गई।

बुधवार की शाम आर्य संस्कारशाला गुरुकुल के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कौशिकी ने नृत्य गीत प्रस्तुत किया। ईशा आर्य ने भजन और कविता सुनाई। मोना, तानिया, भावना ने सामूहिक गीत प्रस्तुत किया। संस्कारशाला के संचालक सुप्रसिद्ध वैदिक विद्वान आचार्य संजीव रूप ने कहा कि गुरु रविदास एक महान संत थे उनका कथन था हम सब एक ईश्वर की संतान है इसलिए सभी को प्रेम से मिलकर रहना चाहिए। सब की जाति एक है मनुष्य। किंतु सबके कल्याण के लिए वेद का ही रास्ता सर्वोत्तम है। हमें कभी भी वेदों का मार्ग नहीं छोड़ना चाहिए। प्रज्ञा आर्य ने पूर्णिमा का महत्व बताते हुए कहा कि स्नान केवल तन का न हो बल्कि स्नान मन बुद्धि और आत्मा का भी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पानी से तन शुद्ध होता है लेकिन सत्य के संग से मन शुद्ध होता है। बुद्धि ज्ञान से शुद्ध होती है, आत्मा विद्या और तप से शुद्ध होती है। इस मौके पर राकेश आर्य, साहब सिंह, बद्री प्रसाद आर्य, पंकज कुमार सिंह, प्रश्रय आर्य, विनीत कुमार सिंह, ज्योति रानी आदि मौजूद रहे।

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