सहसवान(बदायूं)। नगर के मौहल्ला सैफुल्लागंज में आज सुबह एक वृद्ध महिला अपने घर में मृतावास्था में मिली। उसके पास से मिले सुसाइड नोट से परिजनों को उसके आत्महत्या के बारे में पता चला तब उन्होंने पुलिस को सूचना दी। वृद्ध महिला ने मरने से पहले एक वीडियो भी बनाया है जिसमें अपनी आत्महत्या के लिए जिम्मेदार लोगों के नाम भी बताएं हैं साथ ही सुसाइड नोट में लिखा है कि पुलिस और अधिकारी भी उसे परेशान कर रहे थे। वृद्ध महिला की आत्महत्या पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जें में लेकर उसका पोस्टमार्टम कराया है।
सहसवान के मौहल्ला सैफुल्लागंज में शनिवार की सुबह अचानक हलचल मच गई जब लोगों को पता चला कि 60 वर्षीय महिला लोमेश शर्मा पत्नी उमेश चंद्र शर्मा ने आत्महत्या कर ली है। लोगों की भीड़ उसके घर पर जुट गई। परिजनों की माने तब एक सुसाइड नोट भी मौके पर मिला है जिसमें मौहल्लें के ही भुवनेश माहेश्वरी, वैभव माहेश्वरी, जगमोहन माहेश्वरी, राखी माहेश्वरी और मुन्नी मास्टरनी समेत अन्यों का नाम है जिन्हें आत्महत्या के जिम्मेदार मानने के लिए लिखा है। सुसाइड नोट में लिखा है कि उक्त लोग उसे व उसके परिवार को पिछले काफी सालों से परेशान कर रहे थे।
सुसाइड नोट में लिखा है कि नामजद आरोपी अपनी ऊंची पहुंच का हवाला देते थे साथ ही उनके साथ जाति सूचक शब्दों का प्रयोग कर गोली से उड़ाने की बात करते थे। सुसाइड नोट में मृतका ने लिखा है कि उसने पुलिस और अधिकारियों से भी शिकायत की तो उल्टे उसे व उसके परिवारा को परेशान किया गया जिससे उसके पास मौत को लगे लगाने के अलावा कोई चारा नही बचा है। मृतका ने मौत को गले लगाने से पहले एक वीडियो भी बना कर वायरल किया है जिसमें भी यही आरोप दोहराए गए हैं। गंभीर आरोपों और नामों के खुलासे के बाद भी सहसवान पुलिस ने अभी तक कोई मुकदमा दर्ज नही किया है।
इस मामले में थाना प्रभारी ने बताया कि जांच की जा रही है मुकदमा अभी दर्ज नही हुआ है। मौहल्लें में हो रही चर्चाओं को माने तब नामजद आरोपियों की नजर उसके मंदिर और जमीन पर थी। मौके पर जुटे नागरिकों में हो रही चर्चाओं को माने तब अगर पुलिस और प्रशासन उसकी बात गंभीरता पूर्वक सुनता और निस्तारण करता तो शायद लोमेश शर्मा आज जिंदा होती। योगी सरकार में भी इस तरह का घटनाक्रम होना कही न कही पुलिस और प्रशासन की लाहपरवाही को भी दर्शाता है।