उझानी(बदायूं)। कोतवाली क्षेत्र में डेढ़ माह पूर्व जलाए गए युवक की गुरूवार को इलाज के दौरान आगरा के अस्पताल में मौत हो गई। युवक की मौत पर परिजनों में कोहराम मच गया। आगरा से शव लेकर लौट रहे परिजनों से शव अपने कब्जें में लेकर कछला चौकी पुलिस ने पीएम को जिला मुख्यालय भेज दिया है।
कोतवाली क्षेत्र के गांव ननाखेड़ा निवासी राजवीर का पुत्र शिवा अपने घर पर ही परचून की दुकान चलाता था। गत 23 जनवरी की शाम उधारी के लेन-देन में भदरौल मढ़ैय्या का रहने वाले वीरपाल से शिवा का विवाद हो गया था इसी दौरान वीरपाल ने शिवा के ऊपर पैट्राल डाल कर जलती माचिस की तीली फेंक दी थी जिससे वह जल कर बुरी तरह से झुलस गया था। बताते हैं कि परिजनों ने ग्रामीणों के सहयोग से शिवा के शरीर में लगी आग बुझाई और उसे लेकर उझानी अस्पताल पहुंचे जहां से उसे राजकीय मेडीकल कालेज भेजा गया। बताते हैं कि राजकीय मेडीकल कालेज में शिवा की गंभीर हालत को देखते हुए परिजन उसे इलाज के लिए आगरा हायर सेंटर ले गए।
बताते हैं कि आगरा अस्पताल में डेढ़ माह तक शिवा का इलाज चलता रहा मगर उसकी हालत में कोई सुधार न आ सका और गुरूवार की सुबह इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। शिवा की मौत पर परिजनों में कोहराम मच गया। बताते हैं कि परिजनों ने आगरा में पीएम कराने से इंकार कर दिया। परिजनों का आरोप हैं कि वह शिवा के शव को आगरा से वापस उझानी ला रहे थे कि कछला चौकी पुलिस ने उन्हें रोक कर जबरन शव को अपने कब्जें में लेकर पीएम के लिए बदायूं भेज दिया। परिजनों का आरोप हैं कि शिवा को वीरपाल के अलावा रोशन व एक अन्य युवक ने मिल कर मारा है लेकिन पुलिस ने उनके बताने के बाबजूद भी दो के खिलाफ कोई कार्रवाई नही की है। यहां बताते चले कि इस मामले में कोतवाली पुलिस 23 जनवरी को ही मुकदमा दर्ज कर वीरपाल को जेल भेज चुकी है।