बिसौली(बदायूं)। उपजिलाधिकारी ज्योति शर्मा गंभीर आरोप लगाने वाले अधिवक्ताओं ने दूसरे दिन कार्य बहिष्कार जारी रखा और एसडीएम कोर्ट के सामने जोरदार प्रदर्शन के साथ नारेबाजी की। अधिवक्ताओं ने अभद्र व्यवहार करने के अलावा मुकदमों की दो डायरी बनाने का संगीन आरोप भी लगाए है।
शुक्रवार अपराह्न बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने तहसील परिसर में एसडीएम कोर्ट के सामने जमकर नारेबाजी की। वकीलों ने एसडीएम ज्योति शर्मा पर भ्रष्टाचार के तमाम आरोप लगाते हुए उनकी सम्पत्ति की जाँच की मांग तक कर डाली। इससे पहले बार हाल में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनूप शर्मा ने कहा कि एसडीएम का अधिवक्ताओं के प्रति रवैया काफी समय से नकारात्मक रहा है। वे अधिवक्ताओं के अलावा वादकारियों से भी सम्मानजनक व्यवहार नहीं करतीं। यहां तक कि वे अपने चौम्बर में अधिवक्ताओं के प्रति अशोभनीय टिप्पणियां करती हैं।
श्री शर्मा ने कहा कि एसडीएम कोर्ट में एक की जगह दो केस डायरी बनाई जा रही हैं जो भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि वादकारियों को बिना वकीलों के वाद कार्यवाही का प्रलोभन दिया जा रहा है। यही नहीं अधिवक्ताओं को जेल भिजवाने की धमकियां भी दी जा रही हैं। सभी अधिवक्ताओं ने एक स्वर में एसडीएम कोर्ट का बहिष्कार जारी रखने का निर्णय लिया। प्रस्ताव में जमानत कार्यों को बहिष्कार से पृथक रखने का निर्णय लिया गया है। बैठक में रविन्द्र पाल, दिनेश शर्मा, विपिन पाठक, नरेश पाराशरी, राजेश सक्सेना, नरेन्द्रपाल, दिनेश सक्सेना, वेदप्रकाश सक्सेना, अलताफ हुसैन, कमल सक्सेना, भेषजशरण, सुनील चौहान, राजीव सक्सेना, हृदेश शंखधार, राजीव राठौर, सचिन सक्सेना, कुलदीप यादव, राजीव दुबे, दिनेश यादव आदि अधिवक्ता प्रमुखता से मौजूद रहे।