उझानी

उझानी अस्पताल में दर्द से तड़पती महिला को डाक्टर के न आने पर मेडीकल कालेज ले गया एम्बुलेंस चालक

Up Namaste

उझानी,(बदायूं)। रविवार को सड़क हादसे का शिकार बनी महिला को इलाज के लिए उसका पति एम्बुलेंस लेकर उझानी अस्पताल पहुंचा। अस्पताल में लगभग आधा घंटा तक डाक्टर के न पहुंचने पर एम्बुलेंस चालक ने मानवता का परिचय दिया और बिना रैफर कराएं दर्द से तड़पती महिला को इलाज के लिए मेडीकल कालेज लेकर चला गया। उझानी अस्पताल में हादसों में घायल मरीज अक्सर तड़पते रहते हैं और डाक्टर अपनी मर्जी के अनुसार ही इमरजेंसी में पहुंचते हैं।  सीएमओ समेत अन्य स्वास्थ्य अधिकारी डाक्टरों की मनमानी पर मूक दर्शक बने रहते हैं।

जनपद के थाना हजरतपुर के गांव टकसेना निवासी 50 सुखपाल अपनी पत्नी 45 वर्षीय कृष्णा देवी के साथ बाइक से रविवार की सुबह कछला की ओर जा रहे थे इसी दौरान बरेली-मथुरा हाइवे पर कोतवाली क्षेत्र के करूआपुल पर पीछे से तेज गति से कासगंज की ओर जा रही कार ने टक्कर मार दी जिसके परिणाम स्वरूप बाइक सवार दंपति सड़क पर जा गिरा और गंभीर रूप से घायल हो गया। बताते है कि हादसे को अंजाम देने वाला कार चालक मौके से भाग निकला। हादसे में महिला के गंभीर चोटें आई जिस पर उसका पति सुखपाल एम्बुलेंस की मदद से अपनी पत्नी को इलाज के लिए उझानी अस्पताल लेकर पहुंचा। बताते है कि अस्पताल की इमरजेंसी में मौजूद कर्मियों ने ड्यूटी पर तैनात डाक्टर को फोन पर मरीज आने की सूचना दी इसके बाद भी कोई भी डाक्टर 20 मिनट तक मरीज को देखने नही पहुंचा। डाक्टर को न आते देख दर्द से तड़प रही महिला के प्रति मानवता दिखाते हुए एम्बुलेंस चालक ने बिना रैफर कराए ही उसे इलाज के लिए मेडीकल कालेज ले गया। उझानी अस्पताल में डाक्टरों की मनमानी अब मरीजों की जान पर भारी पड़ने लगी है। इससे पूर्व 15 अगस्त को एक छात्रा हादसे में घायल हो गई तब भी उसे देखने के लिए घंटो डाक्टर इमरजेंसी नही पहुंचे थे। हादसे में तड़पती महिला और इमरजेंसी में डाक्टर के न पहुंचने पर मुख्य चिकित्साधिकारी प्रदीप वार्ष्णेय से फोन पर जब जानकारी ली गई तो वह भड़क उठे और बोले आधा घंटे बाद बता रहे हो तभी बताते तो मै इसको दिखवाता, जब सीएमओ वार्ष्णेय को बताया कि खबर के लिए आपके वर्जन की जरूरत है तो वह बोले- मै कोई वर्जन नही देता हूं। उझानी अस्पताल की इमरजेंसी में आने वाले मरीजों के तीमारदारों की माने तो डाक्टर अपनी मनमानी करते हुए इलाज करते हैं जिसकी कई बार मौखिक रूप से शिकायतें की गई लेकिन सीएमओ समेत अन्य स्वास्थ्य अधिकारी चुप्पी साधे डाक्टरों की मनमानी को अपनी शह देते रहतें हैं।

Up Namaste

Leave a Reply

error: Content is protected !!