बदायूं। भाजपा की जनप्रिय सरकार होने के बाद भी सरकारी महकमों में भ्रष्टाचार कम होने का नाम नही ले रहा है यही कारण है कि आम जनता और पीड़ितों को न्याय नही मिल पाता है। ऐसे ही एक मामले में पीड़ित की शिकायत पर जनपद के थाना जरीफनगर की दहगवां चौकी पर तैनात दरोगा को 20 हजार रुपया की रिश्वत लेते वक्त बरेली की एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथों दबोच लिया। टीम ने दरोगा के दलाल को भी धर दबोचा है। दोनों के खिलाफ सदर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करने के बाद जेल भेजने की तैयारी शुरू कर दी है।
जरीफनगर थाना क्षेत्र की दहगवां चौकी पर तैनात दरोगा देवेन्द्र सिंह पुत्र विजयपाल सिंह थाना क्षेत्र के गांव समसपुर कुवरी निवासी प्रेमपाल पुत्र लीलाधर पर एक झूठे मुकद्दमें में अंतिम रिपोर्ट लगाने के लिए उससे 20 हजार रुपया की रिश्वत की मांग कर रहा था। बताते हैं कि दरोगा अपने दलाल के माध्यम से पीड़ित को धमका रहा था कि अगर उसने रुपया नही दिया तो वह उसके खिलाफ कार्रवाई कर देगा। दरोगा से परेशान प्रेमपाल ने पूरी जानकारी बरेली की एंटी करप्शन टीम को सूचना दी और मदद की गुहार लगाई। बताते हैं कि एंटी करप्शन टीम ने अपनी योजना तैयार की और प्रेमपाल को 20 हजार रुपया के साथ दरोगा के पास भेजा, इस दौरान दलाल ऋषिपाल सिंह पुत्र ज्ञान सिंह निवासी समस्तीपुर कुवरी भी दरोगा के पास मौजूद था।
बताते हैं कि प्रेमपाल जैसे ही दरोगा को रिश्वत के रुपया देकर बाहर निकला तभी एंटी करप्शन टीम ने दरोगा को धर दबोचा और रिश्वत के बीस हजार रुपया भी बरामद कर लिए। टीम को देख कर दलाल ने भागने का प्रयास किया मगर वह भी पकड़ा गया। टीम दरोगा और दलाल को लेकर सदर कोतवाली आ गई जहां उसके खिलाफ उचित धाराओं में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में मुकदमा दर्ज जेल भेजने की तैयारी शुरू कर दी है।