उझानी(बदायूं)। भारत संचार निगम लि. समेत अन्य संचार सेवाएं देने वाले संस्थानों की केबिले बुधवार को पालिका प्रशासन ने उपयोग का कर न देने के चलते उतार ली थी। गुरूवार को संचार सेवाएं बाधित होने पर इन संस्थानों ने पालिका प्रशासन से बात की और फिर सभी ने पालिका को उपयोग का कर देने के लिए अपनी सहमति प्रदान कर दी। बीएसएनएल के अधिकारियों ने पालिका प्रशासन से वार्ता के बाद बाधित संचार सेवाओं को पुनः शुरू करने के लिए केबिलों को डलवाने का काम शुरू कर दिया है। बीएसएनएल कर्मी देर रात तक इस कार्य में लगे नजर आ रहे थे।
बुधवार को पालिका प्रशासन ने बीएसएनएल समेत अन्य संचार संस्थानों द्वारा नगर के खम्बों पर बांधी गई बाइ फाइ केबिलों को उतरवा लिया गया। तब किसी की समझ में नही आ रहा था कि अचानक पालिका प्रशासन ने इस तरह का कदम क्यों उठाया। गुरूवार को जब संचार सेवा संस्थानों ने पालिका प्रशासन से बात की तब पता चला कि वह संचार सेवा का लाभ बड़े अर्थ के रूप में जनता से वसूल कर रहे हैं लेकिन पालिका प्रशासन का उपयोग का कर अदा नही कर रहे है जिसके चलते पालिका प्रशासन को केबिलें उतारने के लिए बाध्य होना पड़ा।
इस मामले में पथ प्रकाश प्रभारी नफीस अहमद ने बताया कि नगर मंे अगर संचार सेवा देने वाले संस्थान पालिका के खम्बों का उपयोग करेंगे तो उन्हें पालिका का उपयोग कर भी नियमानुसार देना होगा। उन्हांेने बताया कि जब संचार नेटवर्क संस्थानों ने पालिका का उपयोग कर नही दिया तब पालिका ने उपरोक्त केबिलें उतारवा दी। श्री अहमद ने बताया कि सभी नेटवर्क संस्थानों से बात हो गई है और सभी इस बात को राजी हो गए हैं कि पालिका उन्हें बताएं कि कितना उपयोग कर देना है वह अदा कर देंगे।