उझानी(बदायूं)। कोतवाली क्षेत्र के गांव अब्दुल्लागंज में एक विवाहिता ने अपने घर संदिग्धावस्था में मौत हो गई। विवाहिता की मौत की सूचना पर पहुंचे मायके पक्ष के लोगों ने जमकर कर हंगामा काटा और दहेज के लिए हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी है। पुलिस ने पति समेत परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ दहेज हत्या की धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर लिया है। परिजनों का कहना है कि विवाहिता ने फांसी पर लटक कर अपनी जान दी है।
गांव अब्दुल्लागंज निवासी कैलाश के पुत्र अंशुल की 19 वर्षीय पत्नी सरिता की संदिग्धावस्था में मौत हो गई। सरिता की मौत के बाद उसके पति ने सरिता के मायके पक्ष को सूचना दी जिस पर पहुंचे मायके पक्ष के लोगों ने उसका शव घर में पड़ा देख जमकर हंगामा काटा और पति समेत देवर एवं सास-ससुर पर दहेज हत्या का आरोप लगाया जबकि पति ने मायके पक्ष को बताया कि सरिता ने फांसी पर लटक कर अपनी जान दी है। हंगामा काटने के बाद मृतका का भाई प्रदीप अपने परिजनों के साथ कोतवाली पहुंचा और पुलिस को दहेज हत्या की तहरीर देर कार्रवाई की मांग की।
मृतका के भाई की तहरीर पर पुलिस अब्दुल्लागंज पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया और दोनों पक्षों से जानकारी ली। पुलिस ने शव को अपने कब्जें में लेकर उसका पीएम कराने के बाद मायके पक्ष को सौंप दिया है। मृतका के भाई बरेली जनपद के थाना फतेहपुर पूर्वी के गांव हेमूपुरा निवासी प्रदीप ने बताया कि उसकी बहन की शादी उझानी के गांव अब्दुल्लागंज निवासी अंशुल के साथ हुई थी और शादी में दान दहेज भी दिया गया। प्रदीप का आरोप है कि उसकी बहन सरिता को पति और उसके घर वाले दहेज के लिए प्रताड़ित करते रहते थे और कई बार मारपीट कर उसकी बहन को घर से भी निकाला था लेकिन रिश्तेदारों और गांव के लोगों ने पंचायत कर हर बार मामला निपटाया था।
प्रदीप का आरोप है कि उसकी बहन कोे पति अंशुल ने अपने भाई मोहित और पिता कैलाश तथा मां सोमवती के साथ मिल कर मार डाला। उसने अपने बहनोई की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि उसके बहनोई ने उसे फोन कर बताया कि सरिता की तबीयत खराब है आ जाओ और जब वह अपने परिजनों के साथ बहन के घर पहुंचा तब उसकी लाश चारपाई पर पड़ी हुई थी। पुलिस ने भाई प्रदीप की तहरीर पर पति समेत देवर और सास-ससुर पर अभियोग दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।