उझानी(बदायूं)। कोतवाली क्षेत्र में शनिवार की तड़के एक ग्रामीण की भैंस चोरी कर ले जाते वक्त जाग होने पर ग्र्रामीणों ने घेर कर चोरों को मय गाड़ी और चोरी की भेंस समेत पकड़ लिया। इस दौरान चोरों के साथी मौका देख कर भाग निकले। ग्रामीणों ने दो चोरों को पकड़ कर उनकी जमकर मज्जमत की। इस दौरान कोतवाली में तैनात एक सिपाही की संदिग्ध भूमिका पर ग्रामीण भड़क उठे और जमकर हंगामा काटा। हंगामा और भैंस चोरों के पकड़े जाने की सूचना पर पुलिस और अधिकारी मौके पर पहुंच गए लेकिन ग्रामीण सिपाही के खिलाफ कार्रवाई पर अड़े रहे। कई थानों की पुलिस और पीएसी जब गांव में पहुंची तब ग्रामीणोें ने चोरों को पुलिस के हवाले किया।
कोतवाली क्षेत्र के गांव संजरपुर का मजरा पाल का नगला निवासी योगेन्द्र पुत्र मुरली की घर के बाहर बंधी भैंस को शनिवार की तड़के लगभग चार बजे चोरों ने खोल लिया और चोरी कर पिकअप गाड़ी में लाद लिया और मौके से भाग निकले। बताते हैं कि इस दौरान योगेन्द्र आहट होने पर जाग गया और घर से बाहर बंधी भैंस गायब देख उसने शोर मचा कर ग्रामीणों को जगा लिया। बताते हैं कि सभी ग्रामीण भैंस चोरों की तलाश में जुट गए। ग्रामीणों का आरोप हैं कि जब वह सम्पर्क मार्ग पर आए तब एक सिपाही उन्हें मिला और ग्रामीणों ने भैंस चोरी की बात बताते हुए पूरी जानकारी दी। ग्रामीणों का आरोप हैं कि सिपाही ने उसे भ्रमित कर चोरों के दूसरे रास्ते से जाने की बात कही। ग्रामीणों का कहना हैं कि इस दौरान अचानक एक ग्रामीणों ने चोरों के बारे में बताते हुए कहा कि भैंस चोर गांव संजरपुर बाल जीत के पास खड़े हैं और चोरी की फिराक में है। बताते हैं कि सभी ग्रामीण भाग कर गांव संजरपुर पहुंचे जहां उन्होंने भैंस चोरों को मय गाड़ी और चोरी की गई भैंस के साथ घेर लिया। बताते हैं कि ग्रामीणों से घिरे चोरों ने असलहों से डराने का प्रयास किया मगर ग्रामीणों ने हिम्मत कर दो चोरों को पकड़ लिया जबकि अन्य चोर अंधेरे का लाभ उठा कर भाग निकले।
बताते हैं कि ग्रामीणों ने सिपाही की संदिग्ध भूमिका पर जमकर हंगामा काटा और चोरों को बंधक बना लिया। बताते हैं कि ग्रामीणों की सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई और चोरों को अपनी अभिरक्षा में ले लिया। बताते हैं कि सिपाही की संदिग्ध भूमिका पर नाराज ग्रामीण उसके खिलाफ कार्रवाई को लेकर लामबंद हो गए और कार्रवाई की मांग करते हुए घेराबंदी कर दी। बताते हैं कि दिन निकलने के साथ बढ़ता हंगामा देख पुलिस ने सात थानों की फोर्स को बुला लिया साथ ही सीओ उझानी और उपजिलाधिकारी सदर भी मौके पर पहुंच गए और ग्रामीणों को समझाया। ग्रामीणों ने आरोप लगाए कि पुलिस की मिलीभगत से ही चोर उझानी क्षेत्र में पशु चोरी की वारदातों को अंजाम देकर ग्रामीणों को कंगाल करने में लगे हुए हैं। ग्रामीणों ने सिपाही के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की गुहार अधिकारियों से लगाई।
बताते हैं कि हंगामा बढ़ते देख पुलिस ने पीएसी बल को बुला लिया और फिर अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाया तब कही जाकर पांच घंटे बाद ग्रामीणों ने चोरों को पुलिस के हवाले किया। कोतवाली प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि पकड़े गए भैंस चोर लटूरी और जसवीर सगे भाई है और बरेली जनपद के थाना भमोरा के गांव सेंधा के रहने वाले हैं जबकि फरार चोरों की जानकारी जुटाई जा रही है। इंस्पेक्टर ने बताया कि चोरों के कब्जें एक वाहन और चोरी की गई भैंस को भी बरामद कर लिया गया है। सिपाही की भूमिका पर इंस्पेक्टर बोले कि सिपाही निर्दोष है और उसने ग्रामीणों के चुंगल से चोरों को बचा कर एक बड़ी घटना को होने से बचाया है।
जांच के बाद होगी सिपाही के खिलाफ कार्रवाईः सीओ उझानी
कोतवाली में तैनात प्रमोद नामक सिपाही की भूमिका पर ग्रामीणों के आरोपों पर जानकारी करने पर सीओ उझानी शक्ति सिंह ने बताया कि सिपाही प्रमोद के आचरण की जानकारी कराई जा रही है और जांच के बाद ही अगर वह दोषी पाया जाता है तब उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।