बदायूं। शहर के मौहल्ला नई सराय के रहने वाले एक व्यक्ति ने बुधवार को एसएसपी कार्यालय पहुंच कर उसके सामने खुद को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान परिसर में मौजूद पुलिस कर्मियों समेत तमाम फरियादियों ने उसे किसी तरह से आग से बचाया। पुलिस उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल ले गई जहां पर उसकी नाजुक हालत देख कर डाक्टरों ने हायर सेंटर बरेली रैफर कर दिया है। जिला अस्पताल में घायल ने उसका ई रिक्शा लूटे जाने पर पुलिस द्वारा आरोपियों पर कार्रवाई न करने की बात कही साथ ही सीओ सिटी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सीओ उसे डोडा में जेल भेजने की धमकी दे रहे थे लेकिन एसएसपी ने इन आरोपों को नकार दिया है।
गुलफाम अहमद नामक व्यक्ति ई रिक्शा चला कर अपना व अपने परिवार का भरण पोषण करता है। गुलफाम आज एसएसपी कार्यालय पहुंचा और खुद के ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डाल कर आग लगा ली। गुलफाम द्वारा आत्मदाह करने के प्रयास से पुलिस कर्मियों में हड़कम्प मच गया और आग की लपटो में घिरे गुलफाम को बचाने के प्रयास में जुट गए। बताते हैं कि जब तक पुलिस कर्मी उसके शरीर पर लगी आग पर काबू पाते तब तक वह गंभीर रूप से झुलस चुका था। बताते हैं कि पुलिस अधिकारी उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। डाक्टरों ने 70 प्रतिशत से अधिक झुलस चुके गुलफाम अहमद की हालत बेहद नाजुक मानते हुए उसका प्राथमिक उपचार कर हायर सेंटर बरेली रैफर कर दिया है।
इलाज के दौरान बुरी तरह से जल चुके गुलफाम चीख-चीख कर कह रहा था कि गत 30 दिसम्बर को कुछ लोगों ने उसका ई रिक्शा और नकदी लूट ली थी जिसकी शिकायत लेकर वह कोतवाली पुलिस के पास गया मगर उसकी किसी ने न सुनी और उल्टा ही उस पर आरोप लगाएं जिससे परेशान होकर वह आज एसएसपी कार्यालय पहुंचा और खुद को आग के हवाले कर दिया। गुलफाम ने सीओ सिटी संजीव कुमार के अलावा नगर विधायक महेश गुप्ता पर भी गंभीर आरोप लगाएं है। फिलहाल गुलफाम की हालत नाजुक बनी हुई है।
पुलिस पर लगे आरोपों का जबाब एसएसपी डा. ब्रजेश कुमार सिंह ने देते हुए कहा कि उसके सारे आरोप बेबुनियाद है। एसएसपी ने बताया कि गुलफाम का उसके ससुरालीजनों से विवाद चल रहा है जिन्होंने थाना मुजरिया और कोतवाली सदर में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएं है साथ ही गत 30 दिसम्बर को उसकी सलहज ने घर में जबरन घुसने के मामले में भी मामला दर्ज कराया है जिसके तनाव में उसने यह आत्मघाती कदम उठाया है। एसएसपी ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है।