उझानी

डीईओ ने मतदान बहिष्कार को नही लिया गंभीरता से, ग्रामीणों से बात होती तो हो सकता था मतदान

उझानी, (बदायूं)। शेखूपुर विधानसभा क्षेत्र के गांव नरऊ में गंदे पानी की समस्या को लेकर ग्रामीणों द्वारा किया गया मतदान बहिष्कार के निर्णय के बाद एसडीएम, सीडीओ आदि अधिकारी पहुंचे लेकिन जिला निर्वाचन अधिकारी दीपारंजन ने जानबूझ कर गांव पहुंच कर ग्रामीणों से बात करने एवं उन्हें समझाने की जरूरत नही समझी।

गांव नरऊ के बूथ संख्या 43 पर जब ग्रामीणों ने मतदान बहिष्कार का ऐलान किया तब पीठासीन अधिकारियों समेत कोतवाली पुलिस ने भी जिले के अधिकारियों को अवगत कराया था लेकिन इसके बाद भी जिला निर्वाचन अधिकारी दीपारंजन ने बहिष्कार मतदान स्थल पर जानबूझ कर पहुंचने की जरूरत नही समझी जबकि डीईओ दीपारंजन और एसएसपी डा. ओपी सिंह के साथ अपने अधीनस्थ अधिकारियों को लेकर जिले के पोलिंग बूथों पर पहुंचती नजर आ रही थी। ग्रामीणों का कहना है कि वह चुनाव की घोषणा के साथ ही प्रशासन समेत तमाम अधिकारियों को बता चुके थे कि जब तक उनकी दुश्वारियों का सबब बने गंदे पानी के निस्तारण का कोई स्थाई हल नही निकलता है तब तक वह वोट नही डालेंगे लेकिन प्रशासन समेत अन्य अधिकारियों ने इसे गंभीरता से नही लिया। जागरूक नागरिकों का कहना है कि जिला प्रशासन मतदान करने के लिए लाखों रुपया खर्च कर अनेक योजनाएं चलता है लेकिन अगर किसी गांव के ग्रामीण मतदान का बहिष्कार करें तो जिला निर्वाचन अधिकारी उनसे बात करने तक की जरूरत नही समझती हैं।

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