उझानी। जिलाधिकारी दीपा रंजन ने विकास खंड उझानी में पहुंचकर कस्तूरबा आवासीय विद्यालय एवं ग्राम लऊआ के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा व्यवस्था का औचक निरीक्षण किया। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में बच्चों से पहाड़े पूछे और किताबे पढ़वाकर देखी तो बच्चे पढ़ने में कमजोर नजर आए जिसे देख डीएम ने अध्यापिकाओं पर नाराजगी व्यक्त करते हुए शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाते हुए बच्चों को बेहतर ढंग से पढ़ाने के निर्देश दिए हैं। डीएम को प्राथमिक विद्यालयों के बच्चे शिक्षा में अच्छे मिले, उन्होंने पहाड़े भी सुनाए और हिन्दी व अंगे्रजी की किताबे भी अच्छे ढंग से पढ़कर सुनाई।
डीएम ने अध्यापिकाओं को निर्देश दिए कि बच्चों की कमजोरियो को समझेए जिन विषयो में बच्चे ज्यादा कमजोर है उन विषयों पर ज्यादा मेहनत की जाए। जो भी पढ़ाएंए उसके बारे में बच्चों से अवश्य पूछे कि उन्होंने कितना सीखा। बच्चों के अंदर सीखने की बहुत क्षमता होती है जिसे बाहर निकालना है जो उन्हें प्रेरित करके ही निकाल सकते हैं। बच्चों को प्रेरित करने के लिए उन्हें आप महान हस्तियों की जीवनियां सुनाएं, शिक्षा देने वाली कहानियां सुनाएं। बच्चे अपने से बड़ों को देखकर ही सीखते है इसलिए अगर बच्चों के सामने अच्छा आचरण दिखाते हैं तो निश्चित ही बच्चे बहुत संस्कारी और बुद्धिमान होंगे। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चे का मानसिक स्तर इतना नहीं होता कि वो हर बात को एक बार समझाने पर ही समझ जाए। इसलिए उन्हें समझ न आने पर धैर्य रखते हुए उन्हें समझाते रहना है और बच्चे धीरे – धीरे वो चीजों को जल्दी समझने लगेंगे लेकिन अगर आप उन्हें पहले ही डांट दोगे तो वे डर के कारण सीखने में और भी ज्यादा देर लगाएंगे। आपका काम बच्चे को किसी फूल की तरह पानी, खाद और रौशनी देकर बड़े प्यार से शिक्षा ग्रहण कराना है।