उझानीजनपद बदायूं

उझानी क्षेत्र में आठ माह पूर्व परचून दुकानदार के अपहरण-हत्या का खुलासा, दो गिरफ्तार

 हत्यारा बोला- उसकी भाभी से बढ़ा रहा था प्यार की पींगे, भाई की मौत का भी था जिम्मेदार इसलिए मार डाला

बदायूं। उझानी थाना क्षेत्र के गांव पिपरौल निवासी परचून दुकानदार की गत वर्ष अपहरण के बाद की गई हत्या का मंगलवार को बदायूं पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने अपहरण-हत्याकांड में शामिल नाथ समुदाय के दो युवकों को गिरफ्तार कर आज अदालत में पेश किया जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया। इस दौरान हत्यारा बोला कि दुकानदार उसकी भाभी से प्यार की पींगे बढ़ा रहा था और वह उसके भाई की मौत का भी जिम्मेदार था जिसका बदला लेने के लिए उसने अपने साथी के साथ उसकी अपहरण के बाद हत्या कर दी थी। अपहरण-हत्याकांड का खुलासा करने वाली टीम को एसएसपी ने 15 हजार नकद इनाम की घोषणा की है।

बदायूं पुलिस ने उझानी थाना क्षेत्र के गांव पिपरौल के परचून दुकानदार गीतम साहू के अपहरण के बाद हत्या करने के आरोप में दो युवकों को गिरफ्तार करने के बाद प्रेस के समक्ष पेश किया। पुलिस ने हत्याकांड के खुलासे पर पत्रकारों को बताया कि उझानी के ही गांव हरपालपुर निवासी नाथ समुदाय के निर्दोष कुमार उर्फ कालू उर्फ नितेश पुत्र रविन्द्रनाथ उर्फ कटिया और रंजीतनाथ पुत्र हजारी को शक के आधार पर हिरासत में लेकर समीप के गांव पिपरौल निवासी परचून दुकानदार गीतम साहू के अपहरण और हत्या के मामले में पूछताछ की गई जिसमें दोनों ने अपना गुनाह कबूल करते हुए कहा कि उन्होंने ही परचून दुकान को मार डाला था। पुलिस ने बताया कि दुकानदार गीतम हत्यारे निर्दोष की भाभी से बातचीत करता था जो हत्यारे और उसके परिवार को नागवार गुजर रहा
था। इसी दौरान हत्यारे के भाई देवेन्द्र की हादसे में मौत हो गई जिसका जिम्मेदार हत्यारा गीतम को मानता था। पुलिस का कहना हैं कि निर्दोष ने अपने साथ रंजीतनाथ और भाई राका के साथ गीतम की हत्या का प्लान बनाया और फिर उसे अंजाम तक पहुंचा दिया।

कार रोकते ही मारी गोली
हत्यारे निर्दोष ने पुलिस को बताया कि गत वर्ष चार दिसम्बर को अपने भाई राका और साथी रंजीत के साथ हरपालपुर गांव के बाहर खड़ा हो गया और परचून दुकानदार गीतम के आने का इंतजार करने लगा। उसने बताया कि गीतम जैसे ही कार लेकर आया तब उसने उसे सिगरिट के बाहने रूकवा लिया और गीतम ने जैसे ही शीशे खोले उसने उसे दबोच कर गोली मार कर उसकी कार में ही हत्या कर दी। हत्यारे ने बताया कि वह लाश को ठिकाने लगाने को सहसवान क्षेत्र ले गए और लाश को बांध के किनारे फेंक दिया। हत्यारों ने बताया कि कार को वह सामान समेत बरेली ले गए जहां फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र में कार को छोड़ दिया और उसका सामान बरेली के खजूरी घाट निवासी एक परिचित दुकानदार को यह कहते हुए बेंच दिया कि वह गांव की दुकान बंद कर मजूदरी करने दिल्ली जा रहे हैं।

दुकानदार बना अपहरण-हत्याकांड के खुलासे का सूत्रधार, उझानी पुलिस आठ माह तक अंधेरे में चलाती रही तीर
हत्यारों की क्रूरता का शिकार बने परिजनों की माने तब हत्यारों ने जिस दुकानदार को सामान बेंचा था वह अपहरण-हत्याकांड के खुलासे का सूत्रधार बना। परिजनों की माने तो कुछ दिन पहले जब हत्यारों से खरीदा सामान नही बिका तब दुकानदार ने निर्दोष को फोन किया। फोन करते ही मामला पकड़ में आ गया और पुलिस ने सक्रिय होकर हत्यारों को जेल तक पहुंचा दिया।

कार को मय लाश के गंगा में फेंकने की योजना थी मगर पूरी न हो सकी
हत्यारे निर्दोष ने बताया कि वह गीतम सिंह की हत्या का राज हमेशा को दफन करने के लिए उसकी लाश मय कार के गंगा में फेंकना चाहता था मगर कार के फंस जाने के कारण वह अपनी योजना में सफल न हो सका जिसके चलते वह पकड़ा गया। उसने बताया कि गीतम के कारण ही उसके भाई की मौत हो गई थी जिसका बदला अब उसने ले लिया है और उसे किसी प्रकार का कोई अफसोस नही है।

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