संभल। योगी सरकार के गृह विभाग ने कभी मुरादाबाद जिले का हिस्सा रहे संभल में वर्ष 1978 में हुए दंगों के संदर्भ में डीएम से एक सप्ताह में आख्या मांगी है। इसके बाद चर्चा शुरू हो गई है कि दंगों की दुबारा से जांच हो सकती है। गृह विभाग ने दंगों की आख्या विधान परिषद के सदस्य श्री चंद्र शर्मा के पत्र पर मांगी है।
विधान परिषद सदस्य श्रीचंद्र शर्मा ने गत वर्ष 17 दिसम्बर को योगी सरकार के लिए एक पत्र भेजा था जिसमें नियम 115 के तहत संभल में लगभग 46 साल पहले हुए दंगों की विस्तृत जानकारी मांगी थी। श्री शर्मा के पत्र के बाद गृह विभाग ने संभल पुलिस और प्रशासन एक सप्ताह में आख्या मांगी है। अनुमान लगाया जा रहा है कि दंगों की फाइल फिर से खुल सकती है और दंगों की अंजाम देने वाले लोगों के खिलाफ जांच के बाद उन्हें अंजाम तक पहुंचाया जा सकता है। इस मामले में एसपी ने डीएम को एक पत्र भी लिखा है।
यहां बताते चले कि मुरादाबाद जिले की तहसील संभल में लगभग 46 साल पहले 29 मार्च 1978 को दंगे भड़क गए थे जो लगभग दो महीने तक चले। बताते हैं कि इन दंगों में 184 हिन्दुओं को जिंदा जला दिया गया था हालांकि इसकी पुष्टि प्रशासन स्तर पर नही हुई थी। संभल दंगे में 169 मामले दर्ज किए गए थे।