उझानी,(बदायूं)। अखिल विश्व गायत्री परिवार की ओर से प्रखर बाल संस्कारशाला के कैंप कार्यालय पर श्री गोपाष्टमी का पावन पर्व मनाया। मातृशक्तियों और देवकन्याओं ने गौमाता का श्रंगार किया। पूजन कर गौमाता के विराट स्वरुप की आरती की।
गायत्री परिवार के संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि विश्वगुरू भारत ने ऋषि.कृषि परम्परा से संपूर्ण दुनियां को श्रेष्ठ संस्कारों का दुर्लभ ज्ञान दिया। ऋषियों ने समाज, कृषि ने पर्यावरण के संतुलन और अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाया। दोनों परम्पराओं को जीवंत और जाग्रत बनाने वाली गौमाता रही है। श्री शर्मा ने कहा कि गोदुग्ध ने जनमानस को विशिष्ट शक्ति, बल और सात्विक बुद्धि प्रदान की। गोबर.गोमूत्र ने खेती और पर्यावरण शुद्धता को पोषण दिया। बैलों की ऊर्जा ने उत्तम कृषि, भारवाहन और ग्रामोद्योगों को देकर युवाओं को स्वावलम्बन से जोड़ा और रोजगार परक बनाया।