बिल्सी,(बदायूं)। तहसील क्षेत्र के गांव गुधनी में स्थित आर्य समाज मंदिर पर आज रविवार को साप्ताहिक सत्संग आयोजित किया गया। जिसमें सबसे पहले यज्ञ मंदिर में यज्ञ किया गया। जहां विश्व शांति और राष्ट्र कल्याण की भावना के साथ आर्य समाज के लोगों ने यज्ञ में आहुतियां दी।
इस मौके पर वैदिक विद्वान आचार्य संजीव रूप ने कहा कि मनुष्य के पतन का एक बहुत बड़ा कारण लोभ है। लोभी व्यक्ति प्राप्त साधनों से धन से पद से मान से सम्मान से कभी संतुष्ट नहीं होता वो और ज्यादा चाहता है। अगर ईमानदारी से साधन न मिले तो बेईमानी भी करता है और यही अशांति तथा पतन उसका रास्ता है। आचार्य ने महान पर्यावरण विद् सुंदरलाल बहुगुणा को याद करते हुए कहा कि वृक्ष हमारे पर्यावरण और जीवन के मुख्य आधार हैं। हम सबको वृक्षों से बालकों की तरह प्रेम करना चाहिए। उन्होने कहा कि वृक्ष ही जो हमें जीन के लिए आक्सीजन पर्याप्त मात्रा में निःस्वार्थ उपलब्ध कराते है। यदि वृक्ष न हो तो किसी भी प्राणि का जीवन संभव नहीं है। इसलिए लोगों को पर्यावरण संरक्षण करने के लिए अधिक से अधिक वृक्ष लगाने चाहिए। इस मौके पर प्रश्रय आर्य, राकेश आर्य, विचित्र पाल सिंह, प्रज्ञा आर्य सूरजवती देवी, संतोष कुमारी, भावना रानी, अंजली आर्य, किरण, पंजाब सिंह, पंकज कुमार सिंह, वीरपाल सिंह आदि मौजूद रहे।