बरेली। भ्रष्टाचारा निवारण संगठन की टीम को आज एक और भ्रष्टाचार के खिलाफ सफलता हाथ लगी है। टीम ने 10 हजार रुपया की रिश्वत के साथ चकबंदी बंदोबस्त अधिकारी के कार्यालय में तैनात कनिष्ठ लिपिक को बंदी बनाया है। टीम ने उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई पूर्ण कर जेल भेज दिया है।
शिकायतकर्ता सुनील कुमार पुत्र कुम्भकरण निवासी बरखेड़ा जनपद पीलीभीत बरेली के किला इलाके में रहने वाली श्रीमती सुधा अग्रवाल पत्नी विजय कुमार अग्रवाल के यहां मैनेजर है। उसने टीम को बताया कि अग्रवाल दंपति बुजुर्ग है और उनकी जमीन ग्राम मोहनपुर में है जिसकी गाटा संख्या 111 है और इसका पर्चा 45 मिल चुका है। शिकायतकर्ता ने बताया कि श्रीमती सुधा अग्रवाल खतौनी में अपना नाम दर्ज कराने के लिए काफी समय से चकबंदी बंदोबस्त अधिकारी के कार्यालय में चक्कर लगा रही थी और इसके लिए क्लर्क अभय सक्सेना 50 हजार रुपया की मांग कर रहा था।
परेशान पीड़ित ने एंटी करप्शन टीम की मदद ली और आज 10 हजार रुपया की रिश्वत अभय सक्सेना को दी वैसे ही टीम ने उसे रंगे हाथों बंदी बना लिया। टीम ने कानूनी कार्रवाई पूर्ण कर उसे जेल भेज दिया है।