उझानी(बदायूं)। मायके से अपनी ससुराल लखनऊ जाने को निकली एक महिला को टैम्पों चालक ने बरेली तक ईको कार में बैठा दिया। कार से महिला का एक बैग चोरी हो गया जिसमें महिला सोने के जेवरात होना बता रही है। बैग गायब होने पर पीड़िता ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी जिस पर पुलिस ने चालक को हिरासत में लेकर बैग तो बरामद कर लिया मगर सोने के जेवरात न मिल सके। पीड़िता का आरोप है कि जब उसने अपना जेवर बरामद करने की गुहार पुलिस से लगाई तब इंस्पेक्टर से उल्टा उसे ही बंद करने की धमकी देकर कोतवाली से भगा दिया।
पीड़िता की बहन प्रियंका शर्मा पुत्री ऋषिपाल त्रिवेदी ने पुलिस को दी गई तहरीर में लिखा है कि उसकी बहन प्रीति त्रिवेदी पत्नी विनय पांडे गत 31 अक्टूबर को उझानी से लखनऊ अपनी ससुराल जा रही थी। तहरीर में लिखा है कि मानिकपुर पुलिया से नाजिम नामक टैम्पो चालक ने उसे बरेली तक जाने के लिए ईको कार में बैठा दिया। तहरीर में लिखा है कि ईको कार से उसकी बहन का एक बैग चोरी हो गया जिसमें सोने का मंगलसूत्र और दो अंगूठियां रखी हुई थी।
पीड़िता का कहना है कि जब उसे अपना बैग चोरी होने की जानकारी हुई तब उसने पैट्रोल पम्प पर लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से टैम्पो चालक नाजिम को तलाशा और पुलिस को तहरीर दी। पीड़िता का कहना है कि पुलिस ने टैम्पों चालक की मदद से ईको कार चालक को हिरासत में लेकर बैग तो बरामद कर लिया मगर उसमें से सोने के जेवर गायब थे। पीड़िता का आरोप है कि जब उसने पुलिस से अपना जेवर बरामद करने की गुहार लगाई तब इंस्पेक्टर ने उसे धमकाया कि बैग उठाओं और निकल जाओ नही तो तुम्हे ही बंद कर देंगे। पीड़िता ने पुलिस की इस कार्यप्रणाली पर गहरा रोष व्यक्त किया है। इस मामले में जानकारी करने पर इंस्पेक्टर मनोज कुमार ने आरोपों के बारे में कहा कि ठीक है मगर जब उनसे उनका पक्ष पूछा गया तो वह बोले आपके पास जो है वही सही है। जब उनसे कहा गया कि आपका क्या कहना चाहते है तब उन्होंने इसे सिविल लाइन की घटना बताते हुए कहा कि हमने चालक को बैठाया हुआ है और उक्त महिला हमारे सिर पड़ रही है कि वह जेवरात दिलवाए। इंस्पेक्टर ने यह भी कहा कि महिला कोई तहरीर नही दे रही है फिर भी जेवर मांग रही है।