उझानी,(बदायूं)। कोतवाली क्षेत्र के गांव संकरी जंगल में आज सुबह एक राजमिस्त्री की पेड़ से लटकती लाश देख कर सनसनी फैल गई। मौके पर पहुंचे परिजनों ने पुलिस को सूचना दी जिस पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई। पुलिस राजमिस्त्री की मौत को आत्महत्या मान रही है लेकिन परिजनों ने पुलिस को तहरीर देकर गांव के ही कुछ युवकों मारपीट के बाद हत्या का आरोप लगाया हैं।
पुलिस को दी गई तहरीर में मृतक के उझानी निवासी भाई ऋषिपाल ने कहा है कि उसका सकरी जंगल निवासी भाई हुकुुम सिंह पुत्र प्रताप सिंह प्रजापति का गत दिन शराब के नशे में गांव के ही शमीम व हसीम पुत्र बाबू से झगड़ा हो गया था। ऋषिपाल ने तहरीर में लिखा है कि विवाद के बाद शमीम और हसीम ने अपने चचेरे भाई दिलशाद व झब्बू ने उसके भाई हुकुुम सिंह को मारा पीटा और उसे खींचते हुए अपने साथ ले गए। तहरीर में लिखा है कि जब हुकुम सिंह रात को वापस न आया तब परिजनों ने उसकी खोजबीन की मगर उसका कोई पता नही चला। ऋषिपाल का कहना है कि सोमवार की सुबह छह बजे गांव की महिलाएं गांव के मरघट की ओर गोबर थोपने गई तब मरघट में पीपल के पेड़ पर फांसी के फंदे से हुकुम सिंह की लाश लटकी देख उनके होश उड़ गए और उन्होंने इसकी सूचना उसके परिजनों को दी तब परिजन ग्रामीण के साथ मौके पर पहुंच गए। बताते है कि परिजनों ने पुलिस को इस घटना की सूचना दी तब कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने हुकुम सिंह की मौत पर आत्महत्या की संभावना जताई और शव को पेड़ से उतार कर अपने कब्जें में लेने के बाद पीएम को भेज दिया। बताते है कि मृतक के उझानी निवासी भाई ऋषिपाल ने पुलिस को तहरीर देकर नामजद आरोपियों पर हत्या कर लाश आत्महत्या का रूप देने के लिए पेड़ से लटका दिया। हुकुम सिंह के आत्महत्या करने पर सवाल उठाते हुए परिजनों ने कहा कि हुकुम सिंह के पैर जमीन से कुछ ऊपर थे साथ ही बराबर में पेड़ की जड़े भी थी जिससे वह आत्महत्या करता तो वह जमीन पर अपने पैर रोक सकता था। परिजनों का कहना है कि नामजद आरोपियों ने उसके भाई की हत्या की है। इस मामले में जानकारी करने पर प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का है शव पीएम को भेज दिया है। उन्होंने बताया कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।