उझानी

कछला में सीएचसी बनाने की मांग को लेकर चिकित्साधिक्षक ने डीएम को भेजा पत्र, गंगा कटरी में बसे लोगों को मिलेगा लाभ

उझानी,(बदायूं)। उझानी क्षेत्र के कस्बा कछला के धार्मिक महत्व और गंगा स्नान को आने वाले सैकड़ों आने वाले श्रद्धालुओं तथा गंगा कटरी में बसेे नागरिकों को बेहतर इलाज की सुविधा दिलाने के लिए कछला के नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में तब्दील करने की मांग ने अब जोर पकड़ लिया है। नागरिकों का कहना है मां भागीरथी का तट होने के कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु कछला गंगा तट पर विभिन्न पूर्णिमाओं के अलावा रोजाना आते है वही गंगा कटरी क्षेत्र होने के कारण लोगों को समुचित इलाज नही मिल पाता है इसी कारण कछला में सीएचसी की जरूरत है ताकि नागरिकों को बेहतर इलाज मिल सकेे। स्वास्थ्य केन्द्र के एमओआईसी डा. महेश कुमार ने जिलाधिकारी को पत्र भेज कर नागरिकों की मांग से अवगत कराते हुए उसे पूरा कराने का आग्रह किया है।
उझानी के कस्बा कछला का बदायूं जनपद में गंगा तट होने के कारण विशेेष धार्मिक महत्व है। गंगा स्नान के लिए प्रदेेश के दूर दराज इलाकों के साथ मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली समेत अन्य प्रदेशों से श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए आते है। गंगा तट पर अक्सर श्रद्धालु बीमार हो जाते है या उनके साथ कोई हादसा होता है तो इलाज के लिए उझानी या फिर जिला अस्पताल तक भेजना पड़ता है जो मरीज के लिए भारी साबित होता है। स्वास्थ विभाग ने कछला में नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बना दिया मगर सुविधाओं के नाम पर शून्य ही है। इधर गंगा कटरी क्षेत्र होने के कारण दूर दराज के ग्रामीण इलाकों में भी चिकित्सकीय सुविधाएं न के बराबर है साथ ही स्वास्थ केन्द्र पर मरीजों को कोई सुविधा नही मिल पाती है ऐसी स्थिति में मरीज को परिजन उझानी या कासगंज आदि स्थानों पर ले जाते है लेकिन आने जाने में बड़ा समय खराब होता है जो मरीज के लिए घातक बन जाता है। नागरिकों का कहना है कि कछला में नवीन स्वास्थ्य केन्द्र से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बनाने से जहां कछला और आसपास क्षेत्रों की जनता को बेहतर इलाज की सुविधा मिल सकेगी वही बरेली मथुरा हाइवे पर होने वाले हादसों में घायल मरीजों को समय रहते प्राथमिक सुविधा मिल सकती है। स्वास्थ्य केन्द्र के अधीक्षक डा. महेेश ने बताया कि सीएचसी बनने से जहां मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा मिलेगी वही हादसों में घायल होने वाले मरीजों को कासगंज या अलीगढ़ हायर सेन्टर पर इलाज के लिए भेजना आसान हो जाएगा। नागरिकों के आग्रह पर केन्द्र के चिकित्साधिक्षक डा. महेेश ने जिलाधिकारी को पत्र भेज कर नागरिकों की मांग को पूरा करने का आग्रह किया है। पत्र में डा. महेश ने लिखा है कि कछला के धार्मिक महत्व को देखते हुए वर्तमान समय में सीएचसी आवश्यक है। यहां बताते चले कि गत वर्ष जब कोरोना काल आया तब उझानी को कोविड एल 1 अस्पताल घोषित कर दिया गया और चिकित्सा के सारे काम कछला के नवीन स्वास्थ्य केन्द्र के हवाले कर दिए गए। कछला में सीएचसी बनाने की मांग करने वालो में प्रमुख रूप से नगर पंचायत अध्यक्ष नरेश यादव, सूर्यवंशी, संतोष कश्यप, नीरज गुप्ता, वीपी सिंह, विवेक गुप्ता, नरेन्द्र यादव आदि शामिल है।

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