बदायूं। जिले में गुरूवार को अलग-अलग स्थानों पर हुए सड़क हादसों में एक महिला और बुजुर्ग की मौत हो गई है जबकि एक किसान का शव उसके खेत पर मिलने से सनसनी फैल गई। परिजनों ने गांव के ही कुछ लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने दो शवों का पीएम करा कर परिजनों को सौंप दिया है जबकि महिला के परिजनों ने शव का पीएम कराने से इंकार कर दिया और शव अपने साथ लेकर चले गए।
पहला सड़क हादसा सिविल लाइन थाना क्षेत्र के गांव कल्पिया के समीप हुआ। यहां इसी गांव के रहने वाले बुजुर्ग एहसानउद्दीन गुरूवार की दोपहर अपने बेटों को खेत पर खाना देने जा रहे थे इसी दौरान वहां से गुजर रही सरकारी दवा बांटने वाली एम्बुलेंस ने बुजुर्ग को अपनी चपेट में लेकर रौंद दिया जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे को अंजाम देकर एम्बुलेंस चालक और स्टाफ मौके से मय वाहन के फरार हो गया। बताते हैं कि मौके पर जुटे ग्रामीणों ने हादसे की जानकारी घायल के परिजनों को दी जिस पर वह उसे लेकर इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचे जहां पर कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप हैं कि तमाम मिन्नतों के बाद भी डाक्टर ने घायल को देखने की जरूरत नही समझी जिससे बुजुर्ग की मौत हो गई। परिजनों ने डाक्टरों पर कार्रवाई को लेकर जमकर हंगामा काटा लेकिन अस्पताल पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझाबुझा कर शांत कर शव अपने कब्जें में लेकर पीएम कराया।
दूसरे हादसे में मूसाझाग थाना क्षेत्र में गांव सराय पिपरिया जा रही बाइक सवार महिला गड्ढें में बाइक का पहिया आ जाने से नीचे गिर गई जिससे महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। महिला को उसका बेटा और रिश्तेदार इलाज को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतका कासगंज जिले के थाना सोरो के गांव नौनी चंद्रबाग निवासी राजेन्द्र की पत्नी 45 रवर्षीय शारदा थी जो अपने बेटे अमन के साथ बाइक से गुरूवार की शाम अपने घर से मूसाझाग थाना क्षेत्र के गांव सराय पिपरिया निवासी रिश्तेदार के घर जा रही थी और रास्ते में हादसे का शिकार हो गई। जिला अस्पताल पहुंचे परिजनों ने शव का पीएम कराने से इंकार कर दिया और शव को अपने साथ लेकर चले गए।
दूसरी ओर फैजगंज थाना क्षेत्र के गांव खेड़ादास में एक किसान अपने खेत पर मृतावास्था में मिला। मृतक किसान नन्हें बुधवार की शाम अपने खेत पर गया और पूरी रात घर नही लौटा तब परिजन उसे तलाशते हुए खेत पर पहुंचे जहां वह पड़ा मिला। परिजन उसके जीवित होने की आस में उसे लेकर चंदौसी के निजी अस्पताल पहुंचे जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने उसकी मौत पर पुलिस को सूचना दी जिस पर थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को पीएम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया। पीएम हाउस पर मृतक के परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए कहा कि गांव के कुछ लोगों ने मिल कर अपने यूकेलिप्टिस के पेड़ लगभग 30 लाख रुपया में बेंचे थे जबकि नन्हें ने अपने पेड़ों का सौंदा बीस लाख रुपया में किया जिससे यह लोग अधिकारियों से शिकायत करने में लग गए और अब उसकी हत्या कर दी। पुलिस इस मामले में कहा रही है कि पीएम रिपोर्ट के बाद सच्चाई सामने आ सकती है और इसी आधार पर विधिक कार्यवाही की जाएगी।