कुंवरगांव(बदायूं)। शासन की मंशा के अनुरूप गरीब मजदूरों को मनरेगा के तहत जॉब कार्डों के माध्यम से 100 दिन का काम दिया जा रहा है लेकिन ब्लाक और प्रशासनिक स्तर पर हो रही लाहपरवाही का लाभ उठा कर कुंवरगांव देहात के प्रधान मनरेगा मजदूर तो बने ही है साथ ही पूरा परिवार मनरेगा का लाभ उठा कर बारे-न्यारे कर गरीबों के हक पर डाका डाल रहा है।
मामला सलारपुर ब्लाक क्षेत्र से जुड़ा ग्राम पंचायत कुंवर गांव देहात का है जहां ग्राम प्रधान रामेश्वर का मनरेगा जाब कार्ड बना हुआ है और वह मनरेगा के तहत अपनी हाजिरी चढ़वाकर पैसा निकाल रहे हैं। इतना ही नहीं मौजूदा प्रधान ने अपने पूरे परिवार चाचा, भतीजे , भाई ,लड़के के नाम से जाब कार्ड बनवा रखे हैं लेकिन सड़क पर काम करने नहीं जाते हैं रोजगार सेवक की सांठगांठ से फर्जी हाजिरी चढ़वाकर सरकारी पैसा निकाल कर अपनी जेब भर रहे हैं। जब इसकी जानकारी बीडीओ सलारपुर विजयंत कुमार सिंह से ली गई तो उन्होंने बताया कि कोई भी ग्राम प्रधान ऐसा नहीं कर सकता अगर कुंवर गांव देहात के प्रधान ने ऐसा किया है तो उनका जाब कार्ड निरस्त कराया जाएगा और उनके खिलाफ कार्यवाही भी की जाएगी । यहां बताते चले कि योगी सरकार की सख्ती के कारण भ्रष्टाचार पर अंकुश तो है लेकिन भ्रष्टाचारी नए-नए तरीकों से भ्रष्टाचार करने में बाज नही आ रहे हैं।