पागलों जैसी हरकतें करते हुए बने मौत का शिकार
उझानी(बदायूं)। कोतवाली क्षेत्र के गांव नूरपुर पूर्वी में एक के बाद एक हुई मासूम तीन भाई बहनों की मौत ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है। गांव में घूमने निकले मासूम भाई बहन जब अपने घर वापस पहुंचे तभी तीनों पागलों जैसी हरकतें करने लगे। इस पर डरे सहमे परिजन उन्हें इलाज के लिए पहले उझानी और फिर हायर सेंटर बरेली ले गए फिर भी 24 घंटों में तीनों भाई बहनों की एक के बाद एक मौत हो गई। इस रहस्यमी मौत से जहां परिवार में कोहराम है वही पूरा गांव सन्न है और ग्रामीणों में अजीब सा डर बैठ गया है।
गांव निवासी नन्हें का सात वर्षीय पुत्र अमित और चार वर्षीय पुत्री बबीता और अपनी ननिहाल आया आठ वर्षीय सोनू पुत्र महेश निवासी कुआंवाली गाड़ियां उसावा जनपद बरेली एक साथ दो दिन पहले गांव में घूमने गए थे। बताते हैं कि जब तीनों मासूम भाई-बहन अपने घर लौटे उसके कुछ ही देर बाद तीनों ने पागलों जैसी हरकतें करनी शुरू कर दी। कोई बच्चा कपड़ा फाड़ रहा था तो कोई बच्चा अपने सिर के बालों को पकड़ कर झंकझोर रहा था। बताते हैं कि तीना बच्चों की यह हालत देख कर परिजनों के होश उड़ गए और वह अन्य ग्रामीणों के साथ उन्हें उपचार के लिए सबसे पहले उझानी ले गए। बताते हैं कि शुक्रवार को हालत बिगड़ने पर परिजन अमित को मेडीकल कालेज ले गए जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। इधर सोनू को उसके परिजन इलाज को बरेली ले गए जहां उसकी भी मौत उसी दिन हो गई।
एक साथ दो बच्चों की मौत पर परिजनों में कोहराम मच गया और उनका बच्चों को लेकर विलाप रूकने का नाम नही ले रहा था। बताते हैं कि परिजनों ने दोनों बच्चों का अंतिम संस्कार कर दिया। परिजन इससे उबरे ही नही थे कि उझानी में इलाजरत् बबीता ने भी शनिवार को दम तोड़ दिया जिसने परिजनों के साथ पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया। तीनों बच्चांे की हुई रहस्यमी मौत के बाद से पूरे गांव में सन्नाटा और मातम है। तीनों बच्चों की मौत को लेकर तरह-तरह की चर्चाए व्याप्त है। चर्चाएं हैं कि तीनों बच्चें शमशान की ओर चले गए और वहां से घूमने के बाद जब लौटे तब बुरी आत्माओं के चुंगल मंे थे जिसके चलते तीनों की एक के बाद एक मौत हो गई। कुछ चर्चाएं इस तरह से हो रही हैं कि तीनों बच्चों ने कही पड़ा हुआ कुछ खा लिया जिससे उनकी मौत हुई है। परिजनों द्वारा पोस्टमार्टम ने कराएं जाने से तीनों की मौत का राज भी दफन हो गया है।