आपसी समझौते कराने को जुटे रहे कई लोग
उझानी(बदायूं)। कोतवाली क्षेत्र के गांव पटपरागंज से बीती आधी रात के बाद पशु चोर एक ग्रामीण की घर के बाहर बंधी भैंस रस्सी काट कर चोरी कर ले गए। भैंस चोरी की जानकारी होने पर भैंस की तलाश कर रहे ग्रामीणों को शुक्रवार की दोपहर कादरचौक क्षेत्र में चोरी की भैंस के साथ मिल गए। ग्रामीणों ने भैंस चोरों को घेर कर पकड़ लिया और पुलिस को बुला कर तीन भैंस चोरों को मय वाहन के पुलिस के हवाले कर दिया। इस दौरान दो आरोपी मौके से भाग निकले। पीड़ित ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई हेतु पुलिस को तहरीर दी है।
कोतवाली क्षेत्र के गांव पटपरागंज निवासी राजीव यादव पुत्र हरी सिंह के घर पर बंधी कीमती भैंस को पशु चोर रस्सी काट कर गुरूवार की रात चोरी कर ले गए। बताते हैं कि रात लगभग दो बजे राजीव को भैंस चोरी की जानकारी हुई तभी से उसने अपनी भैंस को आसपास इलाके में खोजना शुरू कर दिया। पीड़ित राजीव ने बताया कि वह अपनी चोरी गई भैंस को खोज रहे थे कि शुक्रवार की दोपहर उसे सूचना मिली कादरचौक थाना क्षेत्र के गांव चूड़िया में कुछ लोग एक पिकअप में भैंस को चढ़ा रहे हैं जिस पर वह ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुंच गया। राजीव का आरोप हैं कि भैंस चोरों ने उसके समेत ग्रामीणों पर पिकअप चढ़ाने का प्रयास किया मगर इसके बाद भी ग्रामीणों ने भैंस चोरों को मय वाहन और भैंस के पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।
पीड़ित ने पुलिस को तहरीर देकर अमन उर्फ लड्डन, विपिन, विवेक, प्रदीप, और घमण्डी के खिलाफ भैंस चोरी करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। राजीव का कहना हैं कि भैंस चोरों को पकड़ते समय अमन उर्फ लड्डन और घमंडी मौके से भाग निकला जबकि तीन को पुलिस के हवाले कर दिया है। राजीव का कहना हैं कि भैंस चोर भैंस को सकरी गांव की ओर ले गए लेकिन अचानक भैंस वहां से अपने बच्चें की हुंकार भरती हुई भाग निकली और गांव चूड़िया तक आ गई जहां भैंस चोरों ने दुबारा उसे पकड़ लिया लेकिन इस बीच वह पहुंच गया जिससे भैंस चोर पकड़े गए। यहां बता दें कि इससे 12 दिन पूर्व भैंस चोर पटपरागंज गांव निवासी अशोक पुत्र लालाराम और उसके परिवार की दो भैंसे चोरी कर ले जा चुके हैं इसके अलावा अन्य गांवों से कई भैंस व अन्य पशु चोरी हो चुके हैं। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।