उझानी(बदायूं)। गम्भीर रुप से जख्मी एक वानर आज नगर के बाजार मे घूमता दिखाई दिया जिसका पिछला एक पैर उसके शरीर से अलग होकर खाल के साथ झूलता नजर आया साथ ही उसके शरीर पर गम्भीर जख्मी भी उसके दर्द को बढा रहे है।
शुक्रवार को नगर के बाजार में नागरिकों को एक बंदर अपने शरीर की खाल पर लटकते पैर लेकर गंभीर घायल हालत में देखने को मिला तब जागरूक नागरिकों में उसके प्रति दया की भावना आ गई। नागरिकों ने उसके इलाज के लिए खुद का समक्ष नही पाया तब जख्मी वानर के इलाज के लिए जब पशुधन विकास अधिकारी को फोन किया तो उन्होंने कहा यह काम वन विभाग का है जब वन विभाग के दरोगा को फोन किया तो उन्होंने फोन रिसीब करने की जरुरत ही नहीं समझी जख्मी वानर के दर्द को समझने की बजाय वन विभाग और पशुधन विकास अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से मुँह मोडते नजर आये।
जानवरों और पश ुओं के इलाज के प्रति जिम्मेदार विभाग ही जब मुंह मोड़ लेंगे तब आम जनता की क्या बिसात हैं कि वह घायल जानवरों और बंदर आदि जैसों का इलाज कर सके। नागरिकों ने पशुओं के इलाज के प्रति लाहपरवाही दिखाने वाले डाक्टरों एवं वन विभाग के अधिकारियों व कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग जिला प्रशासन से की है।