बरेली। सड़कों और गलियों में आवारा घूमने वाले कुत्तें लगातार हिंसक होते जा रहे है जिसका खामियाजा इंसानों को भुगतना पड़ रहा है। आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए अभियान ठंडे बस्ते में है। आवारा कुत्तों ने शेरगढ़ और सीबीगंज में दो लड़कियों समेत एक लड़के पर हमला कर उन्हें नोंच डाला जिससे दो बच्चों की हालत नाजुक बनी हुई है।
सीबीगंज के बंडिया निवासी आसिफ की पत्नी रवीना ने बताया कि उनका आठ वर्षीय बेटा जुनैद परचून की दुकान पर सामान लेने गया था। इसी दौरान कुत्तों ने उस पर हमला कर दिया। राहगीरों ने बमुश्किल उसे बचाया। कुत्तों के हमले में जुनैद गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
दूसरी घटना शेरगढ़ के गांव मोहम्मदपुर में हुई। इस गांव के लाखन सिंह ने बताया कि शुक्रवार सुबह उनकी चार वर्षीय बेटी तनु मां के साथ गांव में ही स्थित ननिहाल गई थी। शाम को वह हम उम्र बच्चों के साथ खेल रही थी, तभी कुत्तों के झुंड ने बच्चों पर हमला कर दिया। बाकी बच्चे तो भाग गए, लेकिन कुत्तों ने तनु को घेर लिया और उसे बुरी तरह घायल कर दिया। उसे भी गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मोहम्मदपुर गांव के ही शाकिर खां की 10 वर्षीय बेटी अलशिफा को भी जंगली कुत्तों ने हमला कर घायल कर दिया। उसे शेरगढ़ सीएचसी में भर्ती कराया गया। अलशिफा की हालत खतरे से बाहर है। बच्चों और नागरिकों पर हमला करने वाले आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए अभी तक कोई प्रभावी कार्रवाई अमल में नही लाई गई है।