बिल्सी,(बदायूं)। कोतवाली पुलिस ने आज शाहजहांपुर से बिकने बिल्सी आया सरकारी बाल विकास पुष्टाहार रिफायंत तेल से भरी एक पिकअप गाड़ी को पकड़ लिया। पुलिस ने मौके से तीन लोगों को बंदी बनाया है। पिकअप में 85 रिफायंड सोयबीन तेल के डिब्बें बरामद हुए है। पुलिस ने संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर बंदी बनाएं गए तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया है।
कोतवाल दिनेश कुमार शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि एसआई राजीव कुमार वर्मा पुलिस फोर्स नगर में गश्त कर रहे थे तभी मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि एक पिकअप वाहन जिसमें सरकारी बाल विकास पुष्टाहार का रिफाइन्ड तेल भरा हुआ है। जो अवैध तरीके से किसी को बेचने के लिए इस समय उझानी.बिल्सी रोड पर स्थित सीएचसी पास खड़ा है। मुखबिर की बात का विश्वास करते हुए पुलिस मुखबिर द्वारा बताये गये रास्ते पर चलकर सीएचसी के पास खड़ी पिकअप वाहन के पास आये तो अचानक हम पुलिस वालों के देखकर इसमे बैठे दो व्यक्तियों ने भागने का प्रयास किया किन्तु पुलिस ने उन्हे पकड़ लिया। पुलिस पकड़े गए युवकों को मय माल के अपने कब्जें में लेकर कोतवाली ले आई। कोतवाली में पकडे गये व्यक्तियों से नाम व पता पूछते हुए भागने का कारण पूछा तो इनमें से ड्राइवर सीट पर बैठे व्यक्ति ने अपना नाम हारून पुत्र बाबू निवासी बनवाररीपुर थाना तिलहर जनपद शाहजहांपुर बताया और कहा कि मेरी गाड़ी मे बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग उत्तर प्रदेश सरकार का सरकारी फोर्टीफाइड सोयाबीन का तेल है। जिसे मैंने साथी नरेन्द्र सिंह के साथ मिलकर नगरिया मोड़ स्थित सरकारी गोदाम से लादा है। दूसरे व्यक्ति ने अपना नाम नरेन्द्र पुत्र पुतू सिंह निवासी जल्लापुर थाना जैतीपुर शाहजहांपुर बताया। उसने बताया कि बी.5 लोड स्टोर कम्पनी के पुष्टाहार का वितरण करता हूँ। जहां पर मेरा लेबर का ठेका है। दुष्यन्त हब इंचार्ज शाहजहापुर है। मैने इसे नगरिया मोड़ शाहजहांपुर गोदाम से अवैध तरीके से लाएं है। आरोपियों ने बताया कि यह माल बिल्सी के ही दीपक को सप्लाई करते है। पुलिस ने आरोपियों के साथ दीपक को मौके से पकड़ लिया और कोतवाली लाकर पूछताछ की तो उसने अपना नाम दीपक उर्फ विपिन पुत्र सुखबीर सिंह निवासी पुसंगवा बताया। उसने बताया कि यह लोग इस अवैध पुष्टाहार को मुझे ही देते है। मै इसे इधर उधर बेच देता हूँ। इससे जो पैसे मिलते है उसे हम आपस में बांट लेते है। जिससे हमे अच्छी कमाई हो जाती है। अवैध पुष्टाहार की जानकारी होने पर क्षेत्र की बाल विकास परियोजना अधिकारी अम्बियापुर यशोदा देवी के मोबाइल पर सम्पर्क किया तो बाल विकास परियोजना अम्बियापुर का नहीं है। पुलिस ने तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। साथ ही उक्त प्रकरण की जांच करने में जुट गई है।