बरेली

जर्जर स्कूलों में पढ़ाई नही हो रही है, बीएसए देंगे प्रमाण पत्र, शासन ने दिए निर्देश

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बरेली। शासन के निर्देश पर बेसिक शिक्षा विभाग के महानिदेशक विजय किरन आनंद ने प्रदेश के सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर जर्जर स्कूलों में पढ़ाई न कराने और इसका प्रमाण पत्र जारी करने के निर्देश दिए है ताकि जर्जर स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के जीवन को सुरक्षित किया जा सके।

प्रदेश भर में जर्जर स्कूलों की कमी नही है। इन स्कूलों की दशा सुधारने के बजाय जर्जर भवनों में बच्चों की पढ़ाई कराई जा रही थी। जर्जर स्कूली भवनों को लेकर कई बार शासन स्तर से निर्देश जारी हो चुके थे कि इन भवनों में पढ़ाई नही कराई जाए फिर भी कोई भी अधिकारी ध्यान देने को तैयार नही था। अब शासन ने स्वतः संज्ञान लेकर कड़ाई बरतनी शुरू कर दी जिसके अनुपालन में बेसिक शिक्षा विभाग के महानिदेशक ने बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर स्पष्ट निर्देश दिया है कि जर्जर भवनों में बच्चों की पढ़ाई न कराई जाए और इसके लिए वह प्रधानाध्यापकों से प्रमाण पत्र जारी कराएं कि जर्जर भवनों में पढ़ाई नही हो रही है।

बरेली के 93 स्कूल भवन हैं जर्जर
बेसिक शिक्षा विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, शहर में 124 स्कूल जर्जर अवस्था में थे। इनमें से अब तक 31 भवन ध्वस्त किए जा चुके हैं। बाकी 93 स्कूलों की स्थिति में अब तक कोई सुधार नहीं हुआ है। इनमें से 19 किराये के भवन हैं। अमर उजाला ने यह मुद्दा उठाया तो विभाग ने जल्द ही 24 स्कूल भवनों को ध्वस्त करने का दावा किया।

कहा गया कि किराये पर 19 जर्जर भवनों में चल रहे स्कूलों को अन्य भवनों में शिफ्ट किया जाएगा, लेकिन अब तक इन्हें शिफ्ट नहीं किया गया है। इन सभी 93 स्कूलों में अब भी कक्षाएं संचालित हो रही हैं, जबकि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जर्जर स्कूलों में कक्षाएं नहीं लग रही हैं। इधर बरेली के सीडीओ जग प्रवेश ने कहा है कि शिक्षा विभाग से जर्जर स्कूलों की स्थिति जानी गई है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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