उझानी,(बदायूं)। नगर में पिछले कई दिनों से चल रही अघोषित बिजली कटौती के हालात सुधरने के बजाय और बिगड़ गए हैं जिससे आम आदमी भीषण गर्मी में उबल कर रह गया है। बिजली कटौती पर सीएम आदित्यनाथ योगी का आदेेश भी बेअसर साबित हो रहा है।
नगर में भाजपा सरकार बनने के कुछ समय बाद से ही अघोषित बिजली की कटौती शुरू हो गई थी। नागरिकों ने इस कटौती को तकनीकि कमी माना लेकिन लगातार कई-कई घंटों हो रही अघोषित कटौती नेे आम आदमी का भीषण गर्मी मंे दिन का चैन और रात की नीेंदेे दोनों छीन लिए हैं। पिछले दो दिनों से दिन में कम और रात में अधिक बिजली की कटौेती हो रही थी लेकिन मंगलवार से दिन में भी कई घंटों की कटौती ने नागरिकों में बिजली विभाग के प्रति रोष भर दिया है। बिजली कटौती क्यों हो रही है और इसके कारण क्या है यह जानने के लिए जब नागरिक स्थानीय विद्युत अधिकारियों को सीजीयू नम्बर पर काल करते हैं तब पता चलता है कि उक्त फोन नेटवर्क क्षेत्र से बाहर यानि बंद है। नागरिकों का कहना है कि बिजली विभाग के अधिकारी नागरिकों को कटौती के कारण बताएं और समय दें कि कटौती का समय यह रहेगा तब नागरिक उसी के अनुसार अपने कार्यो का निस्तारण कर लेंगे। सोमवार को योगी सरकार का एक माह पूरा होने पर सीएम आदित्यनाथ योगी ने विद्युत विभाग के उच्चाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि हर हाल में बिजली कटौती का हाल खोजा जाए और जनता को बिजली आपूर्ति की जाए इसके बाद भी बिजली अधिकारी अपनी मनमानी पर उतारू हैं। स्थानीय स्तर पर विद्युत विभाग के अधिकारी से लेकर कर्मचारी और उपभोक्ता केन्द्र तक बिजली कटौती को लेकर नागरिक फोन करते हैं तब उनका फोन उठता ही नही है जिससे आम आदमी भीषण गर्मी में बेहाल है वही पेयजल की समस्या भी सिर उठाने लगी है।