उझानी(बदायूं)। भारतीय जीवन बीमा निगम के अभिकताओं ने एकजुटता दिखाते हुए अपनी ग्राहक हित की मांगों को पूरा करने एवं आईआरडीए पर अभिकर्ताओं के शोषण का आरोप लगाते हुए चार दिनी हड़ताल शुरू कर दी है। अभिकर्ताओं ने एलआइसी कार्यालय के गेट पर जोरदार प्रदर्शन करते हुए मांगों को माने जाने की मांग दोहराई।
मंगलवार को बीमा अभिकर्ता संघ के तत्वावधान में एलआईसी कार्यालय पर जुटे बीमा अभिकर्ताओं ने चार दिनी काम बंद हड़ताल की घोषणा करते हुए काम बंद कर दिया। बीमा अभिकर्ताओं का कहना है कि आईआरडीए अभिकर्ताओं का लगातार शोषण कर रही है और बीमा निगम का निजीकरण करना चाहती है। बीमा अभिकर्ताओं का कहना है कि वह अपना जी जान लगा कर बीमा निगम से ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों को जोड़ रहे हैं उससे अधिक आईआरडीए उनका शोषण करने में जुटी है।
बीमा अभिकर्ताओं ने निगम कार्यालय के मुख्य द्वार पर अपनी मांगों के समर्थन में जोरदार प्रदर्शन करते हुए आईआरडीए के खिलाफ नारेबाजी की। इस अवसर पर बीमा अभिकर्ताओं ने अपनी मांगों के समर्थन में कहा कि ग्राहकों का बोनस घटाने के बजाय बढ़़ाया जाए साथ ही बीमा धारक द्वारा लोन लेने पर ब्याज दरें कम की जाए। अभिकर्ताओं ने बीमा पर लगाई गई जीएसटी दर को पूरी तरह से समाप्त किए जाने की भी मांग की।
इसके अलावा अभिकर्ताओं ने कहा कि मुख्य बीमा सलाहकारों को विकास अधिकारियों की भांति 25 हजार तक मानदेय, ग्रेच्युटी देने, अभिकर्ताओं का शोषण बंद करने, पारिश्रमिक भुगतान विनियम 2022 ड्राप्ट निरस्त करने की मांग की गई। इस दौरान अभिकर्ता संघ के अध्यक्ष ओमकार सिंह, प्रदीप मिश्रा, संजय यादव, अजय कुमार, संजीव सिंह, कल्याण सिंह, अशोक माहेश्वरी, राजकुमार, कल्पना मिश्रा, नवीन मिश्रा, जैनेन्द्र गौड़, अभिनव, संजीव सक्सेना, शिवम राठौर, नवीन शर्मा आदि अभिकर्ता मौजूद रहे।