उझानी। ब्लाक क्षेत्र के गांव ननाखेड़ा में आज सुबह आवारा और घुमन्तुओं गौवंशों से परेशान किसानों ने बड़ी संख्या में गौवंश पकड़ लिए और उन्हें गांव के स्कूल परिसर में बंद कर दिया। गौवंशों को पकड़ने की सूचना पर कछला चौकी पुलिस मौके पर पहुंच गई और उसने किसानों को समझाबुझा कर गौवंशों को छुड़वा दिया। इससे पूर्व उझानी क्षेत्र के ही गांव फतेहपुर और कछला कस्बा में किसानों ने बड़ी संख्या में गौवंश पकड़ कर स्कूल और कछला नगर पंचायत में बंद कर दिए थे जिस पर स्थानीय प्रशासन में हड़कम्प मचा रहा था।
किसानों की फसलें बर्बाद कर रहे आवारा और घुमन्तु गौवंशों को पकड़ने और उन्हें आश्रय देने के प्रति शासन-प्रशासन की हीला हवाली ने किसानों के सब्र को तोड़ कर रख दिया है। किसान अपनी फसलें बचाने के लिए खुद आवारा गौवंशों को पकड़ कर स्कूलों एवं पंचायत परिसरों में बंद कर रहे हैं फिर भी प्रशासन गौवंशों को आश्रय नही दे पा रहा है जिससे किसानों में भारी रोष व्याप्त है। प्रशासन की लाहपरवाही से बेहद खफा ननाखेड़ा के किसानों ने आज सुबह लगभग आठ बजे अपने खेतों के आसपास से बड़ी संख्या में आवारा गौवंश पकड़ लिए और उन्हें गांव के ही स्कूल परिसर में लाकर बंद कर दिया।
बताते हैं कि गौवंश पकड़ने की सूचना कछला चौकी प्रभारी प्रमोद कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए और उन्होंने किसानों को समझाबुझा कर गौवंशों को छुडवा दिया। किसानों का कहना हैं कि गौवंश उनकी फसलें बर्बाद कर उन्हें लगातार आर्थिक नुकसान पहुंचा रहे हैं इसके बाबजूद न तो ग्राम प्रधान इस समस्या का हल निकलना चाहते हैं और न ही जिला प्रशासन। इस मामले में जानकारी करने पर कछला चौकी प्रभारी प्रमोद कुमार ने बताया कि किसानों ने गौवंश पकड़े तो थे लेकिन उनके रखरखाव के लिए समुचित व्यवस्था न होने के कारण किसानों को समझाबुझा कर छोड़ दिया गया।