बदायूं। सपा के फायरब्रांड नेता एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने आज समाजवादी पार्टी और विधान परिषद से इस्तीफा दे दिया जिससे सपा को करारा झटका लगा है। इधर मुस्लिमों की उपेक्षा और पीडीए के तहत पार्टी द्वारा कार्य न करने से नाराज वरिष्ठ सपा नेता सलीम इकबाल शेरवानी भी राष्ट्रीय महासचिव के पद से इस्तीफा दे चुके हैं और अब स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद उनके पार्टी छोड़े जाने की अटकलें भी तेज हो गई हैं उनके साथ पूर्व विधायक आबिद रजा के बारे में चर्चा हैं कि दोनों नेता पार्टी से किनारा कर सकते हैं?
आज वरिष्ठ सपा और अपने बयानों से चर्चा मंे रहने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा से इस्तीफा देकर नई पार्टी के गठन की घोषणा कर दी है। लोकसभा चुनावों के ऐन वक्त पर स्वामी द्वारा पार्टी से इस्तीफा दे देने से पार्टी पर व्यापक असर देखने को मिल सकता है। स्वामी प्रसाद मौर्य सपा से अलग होने के बाद उसे कितना नुकसान पहुंचा सकते हैं यह तो आने वाले वक्त में ही पता चल सकेगा।
सपा प्रमुख अखिलेश के लाभ वाले बयान के बाद छोडी विधान परिषद की सदस्यता
माना जा रहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के उस बयान कि लोग आते हैं और लाभ लेकर चले जाते है के बाद विधान परिषद की सदस्यता से भी त्याग पत्र दे दिया है ताकि लाभ का आरोप उन पर न लग सके। स्वामी प्रसाद अब अपने बलबूते पर अपना जनाधार तैयार करने की रणनीति में जुट गए हैं।
सपा के वरिष्ठ नेता पूर्व सांसद सलीम शेरवानी भी छोड़ेंगे पार्टी?
स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद वरिष्ठ सपा नेता सलीम इकबाल शेरवानी भी क्या सपा को छोड़ सकते हैं? ऐसी चर्चा राजनैतिक स्तर पर होने लगी है। राजनैतिक सूत्रों की माने तब श्री शेरवानी सपा से राज्यसभा में जाने का मन बना रहे थे लेकिन वह इस मकसद में सफल न हो सके जिससे नाराज श्री शेरवानी ने पार्टी के महासचिव पद से इस्तीफा देकर अपनी नाराजगी व्यक्त की है और अब उनके पार्टी छोड़ने जाने की चर्चाएं व्याप्त होने लगी है। फिलहाल श्री शेरवानी सपा में ही कार्य कर रहे हैं।
पूर्व विधायक आबिद रजा भी है सपा से नाराज
बदायूं सदर सीट से विधायक रहे आबिद रजा भी सपा प्रमुख को दो बार पत्र लिख कर राज्यसभा के चुनाव में मुस्लिम उम्मीदवार उतारने और खुद को आंवला लोकसभा सीट से चुनाव लड़ाने का प्रयास कर चुके हैं मगर दोनों ही जगह उनको मात मिली है। आंवला लोकसभा सीट से नीरज मौर्य को पार्टी ने प्रत्याशी घोषित कर दिया है जिससे आबिद रजा की आखिरी उम्मीद भी समाप्त हो गई है। इसी को लेकर वह पार्टी से नाराज बताएं जा रहे हैं और चर्चा हैं कि वह भी पार्टी से किनारा कर सकते हैं। आबिद रजा के बारे में जानकारी रखने वालो का कहना हैं कि वह सपा को नही छोड़ेंगे।




