उझानी

गंगा में स्नान करते वक्त डूबे दो लोग, एक की मौत दूसरा गंभीर हालत में मेडीकल कालेज में भर्ती

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उझानी, (बदायूं)। श्रावण मास के चैथे रविवार को कछला स्थित गंगा तट पर नहाने पहुंचे दो लोग अलग – अलग घाटों पर गहरे में पानी में  डूब गए। शोरगुल होने पर घाटो पर मौजूद गोताखोरों ने एक व्यक्ति को जीवित निकाल लिया जबकि दूसरे की लाश ही गंगा के गहरे पानी से निकल सकी। जीवित व्यक्ति की हालत गंभीर होने पर डाक्टरों ने उसे इलाज के लिए मेडीकल कालेज रैफर कर दिया है जबकि मृतक की शिनाख्त न होने पर पुलिस ने उसका शव पीएम को भेज दिया है।
श्रावण मास के चैथे रविवार को कछला स्थित पवित्र गंगा नदी के तट पर सुबह से ही भारी संख्या में श्रद्धालु स्नान को पहुंच रहे है। आज सुबह दस बजे के करीब उझानी की ओर स्नान कर रहा एक व्यक्ति अचानक गहरे पानी में पहुंच कर डूबने लगा। व्यक्ति को डूबते देख आसपास स्नान कर रहे लोगों ने शोर मचा कर गोताखोरों को बुला लिया। गोताखोरों ने गंगा नदी में उतर कर डूब चुके युवक को कड़ी मशक्कत के बाद निकाला और फिर उसके पेट से पानी आदि निकाल कर पुलिस को सूचना दी। कछला चैकी पुलिस गंगा में डूबे व्यक्ति को लेकर उझानी अस्पताल पहुंची जहां उसकी पहचान 45 वर्षीय अनिल कुमार सतीजा पुत्र किशोरीलाल सतीजा निवासी पंजाबी कालोनी श्री नारायणगंज के रूप में हुई। अनिल के गंगा में डूबने की खबर पर उसके परिजन और अन्य पड़ोसी पहुंच गए तब डाक्टरों ने उसकी हालत गंभीर मानते हुए उसे मेडीकल कालेज रैफर कर दिया। घायल के भाई हरीश ने बताया कि उसका भाई दुकान से घर जाने के लिए निकला लेकिन घर तो पहुंचा नही बल्कि कछला पहुंच गया जहां वह गंगा में डूब गया।  उधर सोरों की ओर बने घाट पर गंगा स्नान कर रहा एक 45 वर्षीय व्यक्ति अचानक गहरें पानी में पहुंच कर डूब गया। गंगा स्नान कर रहे अन्य श्रद्वालुओं ने शोर मचा कर गोताखोरों को उसके डूबने की सूचना दी तब गोताखोर तत्काल पानी में कूद गए और उसे तलाश करने लगे। बताते है कि एक घंटे की मशक्कत के बाद गोताखोरों ने उसे गंगा से निकाल लिया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। गोताखोरों ने उसकी मौत के बाद पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंच कर पुलिस ने उसके शव की शिनाख्त का प्रयास किया मगर सफलता मिलने न देख पुलिस ने शव को पीएम के लिए भेज दिया। कछला चैकी प्रभारी रजनीश कुमार ने बताया कि शव के शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे है। उनका कहना है कि श्रद्वालुओं को तमाम चेतावनी देने के बाद भी वह गहरे पानी में स्नान करने से बाज नही आते है और नतीजा हादसे के रूप में आता है और जनहानि भी होती है।

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