उझानी(बदायूं)। प्रदेश की योगी सरकार के तमाम आदेशों के बाद भी जब प्रशासनिक स्तर पर घुमन्तु गौवंशों पर लगाम न लगाई जा सकी। अब किसानों ने अपनी फसलों को बर्बाद होने से रोकने के लिए खुद ही एकजुट होकर घुमन्तु गौवंशों को पकड़ना शुरू कर दिया है। उझानी के बाद कछला कस्बा के किसानों ने कड़ाके की ठंड के बाबजूद गुरूवार की सुबह बड़ी संख्या में गौवंशों को पकड़ कर नगर पंचायत कार्यालय परिसर में लाकर बंद कर दिया।
किसानों का कहना है कि वह डीएम से लेकर शासन तक आवारा गौवंशों को पकड़ने की गुहार लगा चुके हैं फिर भीर प्रशासनिक स्तर पर अधिकारी और कर्मचारी घुमन्तु गौवंशों को पकड़ने के बजाय कमरों में बंद है जिससे उन्हें यह कदम उठाना पड़ा है। किसानों का कहना है कि सरकार आवारा गौवंशों की रोकथाम और उन्हें उचित आश्रय देने के लिए गौशाला योजना चला रही है साथ ही प्रशासन को स्पष्ट निर्देश है कि कही भी आवारा गौवंश नही मिलने चाहिए लेकिन अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक केवल कागजी कार्रवाई में गौवंशों को पकड़ा हुआ दिखा देते हैं जबकि हकीकत आज सबके सामने हैं।
किसानों के इस कदम से पंचायत प्रशासन में हड़कम्प मच गया है। ईओ रामरतन पाण्डेय का कहना हैं कि कछला में गौशाला न होने के कारण उनके समक्ष बड़ी समस्या पैदा हो गई है। उन्होंने बताया कि किसान गौवंशों को खुला छोड़ देने के लिए तैयार नही है। ईओ पाण्डेय का कहना है कि वह किसानों से गौवंशों को आसपास की गौशाला में भेजने के लिए समय मांग रहे हैं लेकिन किसान इसके लिए तैयार नही है। देर शाम तक गौवंश पंचायत परिसर में ही थे।