बदायूं। जनपद के थाना फैजगंज की आसफपुर चौकी में शनिवार को एक ग्रामीण ने पुलिस हिरासत में जहर खा लिया। जब उसकी हालत बिगड़ी तब पुलिस ने ग्रामीण का इलाज कराने के बजाय परिजनों को बुला कर ग्रामीण को उनके हवाले कर दिया। परिजन ग्रामीण को अस्पताल ले गए जहां से जिला अस्पताल और फिर मेडीकल कालेज रैफर कर दिया गया। ग्रामीण की देर रात मेडीकल कालेज में मौत हो गई। ग्रामीण की मौत के बाद परिजनों ने चौकी के सामने शव रख कर हंगामा काटा और सिपाही अभिषेक के खिलाफ तहरीर दी।
आसफपुर कस्बा निवासी आकाश यादव ने पुलिस को बताया कि शनिवार की सुबह पड़ोस में रहने वाले सुदेश यादव के बच्चों में विवाद हो गया जिससे दोनों परिवार आमने सामने आ गए। बताते हैं कि विवाद की सूचना पर चौकी पुलिस मौके पर पहुंची तब मौजूद नागरिकों ने पुलिस से आपस में समझौता कराने की बात कही मगर सिपाही अभिषेक न माना और आकाश यादव के पिता जगवीर को पकड़ कर चौकी ले आया। परिजनों का आरोप हैं कि पुलिस चौकी लाकर सिपाही व अन्य पुलिस कर्मियों ने जगवीर के साथ मारपीट करने हुए अन्य प्रताड़ना दी जिससे आहत होकर ग्रामीण ने अपने पास मौजूद जहर खा लिया।
बताते हैं कि जब ग्रामीण की हालत बिगड़ी तब पुलिस को उसके जहर खाने की बात पता चली तो पुलिस के होश उड़ गए और जगवीर को इलाज के लिए अस्पताल भेजने के बजाय पुलिस ने आनन फानन परिजनों को बुला कर जगवीर को उनके हवाले कर दिया। बताते हैं कि परिजन उसे अस्पताल ले गए जहां से उसे जिला अस्पताल रैफर कर दिया फिर मेडीकल कालेज भेजा गया। बताते हैं कि मेडीकल कालेज में जगवीर की हालत बिगड़ती रही इस पर डाक्टरों ने उसे हायर सेंटर ले जाने की सलाह दी मगर परिजन कुछ समझ पाते इससे पहले ही उसकी मौत हो गई।
ग्रामीण की मौत पर परिजनों में कोहराम मच गया और वह शव लेकर आसफपुर पहुंचे और चौकी के सामने शव रख कर हंगामा काटते हुए चौकी प्रभारी और सिपाही अभिषेक के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। बताते हैं कि पुलिस हिरासत में ग्रामीण की मौत की सूचना पर पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचग और उन्होंने परिजनों को समझाते हुए जांच कराने और इसी आधार पर कार्रवाई की बात की। परिजनों के मानने पर पुलिस ने शव को अपने कब्जें मंे लेकर पीएम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया।