उझानी, (बदायूं) । उझानी दिल्ली हाइवे स्थित नगर के समीपवर्ती गांव कुड़ानरसिंहपुर में आज सुबह घर से घूर पर गोबर डालने के लिए निकली युवती को हाइवे सड़क पार करते वक्त तेज रफ्तार की अज्ञात कार ने अपनी चपेट में लेकर रौंद कर उड़ा दिया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे को देख ग्रामीणों ने शोर मचा कर कार चालक को रोकने की कोशिश की मगर वह मय कार के फरार हो गया। युवती की मौत की सूचना पर जुटे परिजनों एवं ग्रामीणों ने गांव के समीप रफ्तार पर रोक लगाने की बात कह कर काफी देर तक शव को नही उठने दिया बाद में पुलिस के समझाने पर शव को पीएम के लिए पुलिस को सौंप दिया। इस हादसे से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
गांव कुड़ानरसिंहपुुर निवासी नवल किशोर की 20 वर्षीय पुत्री पूनम आज सुबह लगभग साढ़े छह बजे घर से परात में गोबर उठा कर घूर पर डालने के लिए निकली। बताते है कि जब पूनम हाइवे सड़क पार करने के लिए जैसे ही डिवाइडर से निकली इसी दौरान आ रही तेज गति की अज्ञात कार ने उसे अपनी चपेट में लेकर रौंद कर उड़ा दिया। पूनम कार की टक्कर से दूर सड़क पर जा गिरी जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बताते है कि हादसे को अंजाम देने वाला वाहन चालक मय कार के मौके से भाग निकला। बताते है कि हादसे को होते देख मौजूद कुछ ग्रामीणों ने शोर मचा कर कार चालक को रोकने का प्रयास किया मगर भागने में कामयाब हो गया। बताते है कि ग्रामीणों ने हादसे की सूचना पूनम के परिजनों को दी तो घर में कोहराम मच गया और रोते बिलखते परिजन मौके पर पहुंच गए। बताते है कि ग्रामीणों की सूचना पर कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुुंच गई और ग्रामीणों से हादसे की जानकारी ली। बताते है कि पुलिस ने पूनम के शव का पीएम कराने के लिए उसे उठाने का प्रयास किया मगर परिजनों ने यह कहते हुए शव नही उठाने दिया कि पहले गांव से गुजरने वाली गाड़ियों की रफ्तार पर रोक लगवाओं तभी शव का पीएम कराएंगे। बाद में पुलिस ने परिजनों को समझाया तब कही जाकर परिजन माने और तब पुलिस ने शव को पीएम के लिए अपने कब्जें में लेकर पीएम को भेजा। इस वारदात से परिजनों का हाल बेहाल हो गया है। पुलिस ने बताया कि अज्ञात कार चालक के खिलाफ अभियोग दर्ज कर लिया गया है और उसकी तलाश शुरू कर दी गई है।
बड़े भाई की भी हादसे में हो चुकी है मौत
उझानी। उझानी – दिल्ली हाइवे का गांव कुड़ानरसिंहपुुर निवासी नवल किशोर के परिवार का बड़ा दुर्भाग्य सामने आया है। आज सड़क हादसे में बेटी की मौत के बाद ग्रामीणों का कहना है कि कुछ समय पूर्व मृतका का बड़ा भाई भी हादसे में मारा जा चुका है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव से गुजरने वाली गाड़ियां बहुत तेज गति से दौड़ती है जिससे अक्सर ग्रामीण या उनके बच्चें गाड़ियों की चपेट में आ जाते है और असमय ही काल का ग्रास बन जाते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गाड़ियों की रफ्तार पर न तो पुलिस प्रशासन रोक लगा पा रहा है और न ही परिवहन विभाग।